बलौदाबाजार : भाटापारा के पंचम दीवान शासकीय स्कूल में वसंत पंचमी उत्साहपूर्वक मनाई गई. स्कूल की छात्राएं, शिक्षक और शिक्षिकाएं रंग-बिरंगे पहनावे के साथ स्कूल पहुंचे. कार्यक्रम के दौरान मां सरस्वती का पूजा-अर्चना की गई. इसके बाद बच्चों और शिक्षकों ने वसंत पंचमी से जुड़ी कहानियां सुनाई.
बच्चे, शिक्षक और शिक्षिकाएं रंग-बिरंगे आकर्षक ड्रेसों में नजर आए. स्कूल में माता सरस्वती की पूजन अर्चना की गई. इस दौरान बच्चों ने विभिन्न मनमोहक प्रस्तुति दी. शिक्षकों ने बताया कि 'वंसत पंचमी के बाद से प्रकृति में सुंदर परिवर्तन देखे जाते हैं. पेड़ों से पत्ते झड़ने के बाद नए पत्ते और फूलों से पेड़ और पौधे शोभायमान होते हैं. वहीं दंत कथाओं में प्रचलित कहानियों में माना जाता है कि जब एक समय में चारों तरफ अंधकार और अज्ञानता का राज हो गया, तो उसे मिटाने के लिए ब्रम्हाजी ने अपने कमंडल के जल से सिंचिंत कर एक चतुर्भुजी आकृति का उत्सर्जन किया, जो हाथों में वीणा धारण की हुई थीं'. 'जिन्हें मां सरस्वती 'ज्ञान की देवी' के नाम से जाना गया. जिनके उत्सर्जन और वीणा की ध्वनी से चारों ओर प्रकाश फैला और अज्ञानता दूर हुई. इसके बाद से माघ शुक्ल पक्ष के पंचमी को वसंत पंचमी मनाई जाती है'.