बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में हनुमान जी एक बार फिर चर्चा में हैं. लेकिन इस बार बजरंग बली राजनीतिक गलियारों में नहीं बल्कि आम लोगों के बीच चर्चा का केंद्र हैं. बलौदाबाजार के राम जानकी मंदिर में चोरों ने शनिवार को हाथ साफ किया. चोरों ने भगवान राम, माता जानकी और लक्ष्मण के चांदी के मुकुट और कुंडल के साथ पैसों से भरी दान पेटी पर हाथ साफ कर दिया. लेकिन हैरानी की बात ये है कि चोरों ने राम भक्त हनुमान के गहने जैसे का तैसा ही छोड़ कर चले गए. मंदिर समिति ने चोरी की लिखित शिकायत कोतवाली थाना बलौदा बाजार में की है.
हनुमान भगवान से चोरों ने बनाई दूरी: जिला मुख्यालय से महज चंद किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत रिसदा में चोरों ने राम जानकी मंदिर का ताला तोड़ा और प्रभु राम, माता सीता और लक्ष्मण जी का चांदी का मुकुट और कुंडल चोरी कर ले गए. लेकिन हनुमान भक्त चोरों ने बजरंगबली के मुकुट और कुंडल को हाथ नहीं लगाया.
कितने की हुई चोरी: बताया जा रहा है कि चांदी के कुंडल और मुकुट लगभग 70 हजार रुपये के हैं. दान पेटी कोरोना काल के बाद से ही खोली नहीं गई थी. दान पेटी में 30 हजार रुपये रखे हुए थे.
एक लाख से ज्यादा की चोरी हुई है. जिसमे चांदी के कुंडल और मुकुट लगभग 70 हजार रुपये के हैं. दान पेटी में 30 हजार रुपये हो सकते हैं. मंदिर में चोरी की शिकायत सिटी कोतवाली बलौदाबाजार में की गई है. कौशल्या वर्मा, मंडल अध्यक्ष, जागृति महिला मानस समिति
मंदिर के पुजारी ने बताया कि हर रोज की तरह शाम को 6 बजे पूजा करने के बाद मंदिर बंद कर वे चले गए. सुबह जब पास की बुजुर्ग महिला पूजा करने पहुंची तो मंदिर का ताला टूटा हुआ था. जिसकी सूचना उन्होंने दी.
चोरों ने दुकानों में भी की चोरी की कोशिश: स्थानीय लोगों का मानना है कि शातिर चोरों ने आस-पास में दुकानों में चोरी करने की कोशिश की होगी. लेकिन वहां कामयाब नहीं होने पर मंदिर पहुंचे और चोरी की घटना को अंजाम दिया. लोगों का कहना है कि राम-जानकी मंदिर में चोरी से एक दिन पहले ही काली मंदिर के पास स्थित शिव मंदिर में भी चोरी हुई है. जिसका खुलासा नहीं हो सका है.