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मदद का हाथ बढ़ाया घर पहुंचाने के लिए, सामान लेकर ड्राइवर हो गया फरार

तेलंगाना से वापस लौट रहे मजदूर परिवार के पास आज न तो पहनने के लिए कपड़े हैं. न खाने के लिए दो वक्त की रोटी. तेलंगाना से छत्तीसगढ़ के सफर ने इनकी कहानी ही बदल दी है.

balodabajar laborers
बलौदाबाजार मजदूर
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Published : May 10, 2020, 4:59 PM IST

Updated : May 10, 2020, 5:41 PM IST

बलौदाबाजार : लॉकडाउन के बीच मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. ग्राम परसाड़ीह का एक मजदूर परिवार मेहनत मजदूरी के लिए तेलंगाना गया हुआ था, लॉकडाउन के कारण ये परिवार अपने घर लौट रहा था. इसी बीच एक ट्रक चालक ने लिफ्ट देने के बहाने उनका सभी समान लूटकर फरार हो गया. जैसे-तैसे करके मजदूर परिवार अपने गांव पहुंच तो गया, लेकिन परिवार के पास पहने हुए कपड़ों के अलावा कोई भी समान नहीं है. मजदूर परिवार समाज सेवी संगठन, शासन और प्रशासन से सहयोग की आस लगाए बैठा है.

मजदूर परिवार का सामान चोरी

मजबूरी का उठा रहे फायदा
कोरोना वायरस महामारी की विषम परिस्थिति में लोग एक दूसरे की मदद के लिए सामने आ रहे हैं, तो कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे हैं. मामला बिलाईगढ ब्लॉक के परसाडीह गांव का है, जहां मजदूर यादराम के साथ उनकी पत्नी और दो बेटी तेलंगाना से अपने सामान के साथ वापस लौट रहे थे.

इस बीच उन्हें एक ट्रक दिखा, जिससे परिवार के लोगों ने आगे तक पहुंचा देने की बात कही. कुछ दूरी तय करने के बाद ड्राइवर ने परिवार को ट्रक से ये बोलकर उतार दिया कि, पुलिस सामने है कुछ दूर जाने के बाद वो उनका इंतजार करेगा. जब परिवार कुछ दूर पैदल चलकर पहुंचा तो न ट्रक दिखा न ड्राइवर, आरोपी ड्राइवर मजदूर परिवार का सामान लेकर फरार हो गया.

पढ़ें : सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय कोयला मंत्री को लिखा पत्र, अतिरिक्त लेवी राशि की मांग

प्रशासन से मदद की उम्मीद

पैदल चलकर मजदूर परिवार अपने गांव तो लौट आया, जिसे गांव के सरपंच ने स्कूल में क्वॉरेंटाइन किया है, लेकिन मजदूर परिवार के पास न कपड़ा है, न राशन. मजदूर परिवार ने समाज सेवी संगठन एवं स्थानीय प्रशासन से मदद की आस लगाए बैठा है. परिवार का कहना है कि 'खाने के लिए न इनके पास पैसे हैं, न लकड़ी, न राशन. आखिरी उम्मीद प्रशासन से है, जो इनकी मदद कर सकता है'.

बलौदाबाजार : लॉकडाउन के बीच मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. ग्राम परसाड़ीह का एक मजदूर परिवार मेहनत मजदूरी के लिए तेलंगाना गया हुआ था, लॉकडाउन के कारण ये परिवार अपने घर लौट रहा था. इसी बीच एक ट्रक चालक ने लिफ्ट देने के बहाने उनका सभी समान लूटकर फरार हो गया. जैसे-तैसे करके मजदूर परिवार अपने गांव पहुंच तो गया, लेकिन परिवार के पास पहने हुए कपड़ों के अलावा कोई भी समान नहीं है. मजदूर परिवार समाज सेवी संगठन, शासन और प्रशासन से सहयोग की आस लगाए बैठा है.

मजदूर परिवार का सामान चोरी

मजबूरी का उठा रहे फायदा
कोरोना वायरस महामारी की विषम परिस्थिति में लोग एक दूसरे की मदद के लिए सामने आ रहे हैं, तो कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे हैं. मामला बिलाईगढ ब्लॉक के परसाडीह गांव का है, जहां मजदूर यादराम के साथ उनकी पत्नी और दो बेटी तेलंगाना से अपने सामान के साथ वापस लौट रहे थे.

इस बीच उन्हें एक ट्रक दिखा, जिससे परिवार के लोगों ने आगे तक पहुंचा देने की बात कही. कुछ दूरी तय करने के बाद ड्राइवर ने परिवार को ट्रक से ये बोलकर उतार दिया कि, पुलिस सामने है कुछ दूर जाने के बाद वो उनका इंतजार करेगा. जब परिवार कुछ दूर पैदल चलकर पहुंचा तो न ट्रक दिखा न ड्राइवर, आरोपी ड्राइवर मजदूर परिवार का सामान लेकर फरार हो गया.

पढ़ें : सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय कोयला मंत्री को लिखा पत्र, अतिरिक्त लेवी राशि की मांग

प्रशासन से मदद की उम्मीद

पैदल चलकर मजदूर परिवार अपने गांव तो लौट आया, जिसे गांव के सरपंच ने स्कूल में क्वॉरेंटाइन किया है, लेकिन मजदूर परिवार के पास न कपड़ा है, न राशन. मजदूर परिवार ने समाज सेवी संगठन एवं स्थानीय प्रशासन से मदद की आस लगाए बैठा है. परिवार का कहना है कि 'खाने के लिए न इनके पास पैसे हैं, न लकड़ी, न राशन. आखिरी उम्मीद प्रशासन से है, जो इनकी मदद कर सकता है'.

Last Updated : May 10, 2020, 5:41 PM IST
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