बलौदाबाजार/बिलाईगढ़: गुरुवार की शाम एसडीएम और बीएमओ की टीम ने प्राइवेट क्लीनिक में छापेमारी की, जिसमें मौके पर दो मरीजों का इलाज एलोपैथिक दवाओं से होना पाया गया.
मामला बिलाईगढ़ का है, जहां एसडीएम केएल सोरी और बीएमओ सहित डॉक्टरों की टीम ने डॉ. मनीषा मित्रा के सरोजनी क्लीनिक बिलाईगढ़ में छापा मारा. इस दौरान एसडीएम ने उनकी डिग्री सहित कई मामलों में पूछताछ की.
डॉ मनीषा के पास बीएएमएस की डिग्री
पूछताछ में एसडीएम को जानकारी मिली कि डॉ. मनीषा मित्रा ने BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मिडिसिन एंड सर्जरी) की डिग्री हासिल की है और बिलाईगढ़ में क्लीनिक का संचालन कर रही हैं. प्रशासन को आशंका थी कि डिग्री के हिसाब से इलाज न होकर कहीं गलत इलाज हो रहा है.
कुछ दवाओं का कर सकते हैं इस्तेमाल
एसडीएम के मुताबिक क्लीनिक से कुछ ऐसी दवाईयां मिली हैं, जिसकी जानकारी संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को दी जाएगी और उनका मार्गदर्शन लिया जाएगा कि BAMS डॉक्टर को इन एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल की अनुमति है या नहीं. वहीं साथ में आए डॉक्टरों की मानें तो शासन के नए गाइडलाइन के अनुसार आयुर्वेदिक डॉक्टर और यूनानी शिक्षाधारी कुछ दवाओं का यूज कर सकते हैं. पिछले दो दिनों तक इलाज किए गए मरीजों का रिकॉर्ड प्रशासन ने अपने पास रखा है.
कुछ दवाओं का नाम नहीं हो पा रहा है स्पष्ट
एसडीएम ने बताया कि 7 अप्रैल को डॉ मनीषा मित्रा ने 9 मरीजों का इलाज किया है और 8 तारीख को 11 मरीजों का इलाज किया है. आवश्यकतानुसार इन मरीजों का जिन दवाओं से इलाज किया गया है, उनका भी परीक्षण किया जाएगा. ये भी देखा जाएगा कि कौन-कौन सी दवाईयां इस्तेमाल की गई हैं और उन्हें इसकी अनुमति है या नहीं.
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि डॉ मनीषा मित्रा के पास लाइसेंस आयुर्वेदिक का है और उन्होंने इलाज एलोपैथिक दवाओं से किया है, इसकी भी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी. एसडीएम ने कुछ एलोपैथिक दवाओं का मिलना बताया है, लेकिन उन दवाओं का नाम स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, जिसकी जांच कराए जाने की बात एसडीएम ने कही है.