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भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा रोड और पुल, प्रशासन कर रहा जांच का दावा - निर्माण कार्य की जांच का दावा

सिमगा के बछेरा गांव में 3 महीने पहले 80 लाख की लागत से बनी सड़क पहली बारिश में ही धंस गई. कमोवेश यही हाल यहां बने पुल का भी है.

पहली बारिश में धंस गई सड़क और पुल
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Published : Sep 18, 2019, 6:15 PM IST

Updated : Sep 18, 2019, 7:45 PM IST

बलौदा बाजार: हर रोज भ्रष्टाचार के कई मामले देखने सुनने को मिलते हैं. ऐसा ही एक मामला भाटापारा विधानसभा के सिमगा ब्लॉक में सामने आया है. सिमगा से बछेरा गांव को जोड़ने वाली 2 किलोमीटर लंबी डामर की सड़क का निर्माण 2018-19 में 80 लाख की लागत से कराया गया था.

भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा रोड और पुल

दो गांव को जोड़ने के लिए एक पुल का भी निर्माण किया गया था, जो इतना घटिया था कि पहली बारिश भी नहीं झेल पाया. नवनिर्मित पुल भी पानी की धार में बह गया, जिससे सड़क दो हिस्सों में बंट गई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. सड़क निर्माण में भी ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया, जो अभी से उखड़ रही है.

टूटे पुल और सड़क बन गई मुसीबत

घटिया निर्माण कार्य का विरोध न तो संबंधित इंजीनियर ने किया न ही मॉनिटरिंग करने वाले उच्चाधिकारियों ने. आलम यह है की लोगों को गंतव्य स्थान तक जाने के लिये जान जोखिम में डाल कर बीच सड़क पर बने गड्ढे को पार करना पड़ रहा है.

पढ़े:अभनपुर जनपद क्षेत्र से एक और सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप, हुए निलंबित

निर्माण कार्य की जांच का दावा

पीडब्लूडी के एसडीओ का कहना है कि इस मार्ग का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है और ठेकेदार को पूरी राशि प्रदान नहीं की गई है. ठेकेदार जब तक अधूरे निर्माण कार्य पूरे नहीं करेगा, उसे राशि का आवंटन नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही घटिया निर्माण की जांच कराई जाएगी.

बलौदा बाजार: हर रोज भ्रष्टाचार के कई मामले देखने सुनने को मिलते हैं. ऐसा ही एक मामला भाटापारा विधानसभा के सिमगा ब्लॉक में सामने आया है. सिमगा से बछेरा गांव को जोड़ने वाली 2 किलोमीटर लंबी डामर की सड़क का निर्माण 2018-19 में 80 लाख की लागत से कराया गया था.

भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा रोड और पुल

दो गांव को जोड़ने के लिए एक पुल का भी निर्माण किया गया था, जो इतना घटिया था कि पहली बारिश भी नहीं झेल पाया. नवनिर्मित पुल भी पानी की धार में बह गया, जिससे सड़क दो हिस्सों में बंट गई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. सड़क निर्माण में भी ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया, जो अभी से उखड़ रही है.

टूटे पुल और सड़क बन गई मुसीबत

घटिया निर्माण कार्य का विरोध न तो संबंधित इंजीनियर ने किया न ही मॉनिटरिंग करने वाले उच्चाधिकारियों ने. आलम यह है की लोगों को गंतव्य स्थान तक जाने के लिये जान जोखिम में डाल कर बीच सड़क पर बने गड्ढे को पार करना पड़ रहा है.

पढ़े:अभनपुर जनपद क्षेत्र से एक और सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप, हुए निलंबित

निर्माण कार्य की जांच का दावा

पीडब्लूडी के एसडीओ का कहना है कि इस मार्ग का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है और ठेकेदार को पूरी राशि प्रदान नहीं की गई है. ठेकेदार जब तक अधूरे निर्माण कार्य पूरे नहीं करेगा, उसे राशि का आवंटन नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही घटिया निर्माण की जांच कराई जाएगी.

Intro:भाटापारा - पहली बारिश भी नही झेल पाया नवनिर्मित पुल ...80 लाख की लागत से बनाये गए 2 किलोमीटर की सड़क के मध्य सिमगा-बछेरा मार्ग को जोड़ने वाला पुल हुवा ध्वस्त , राहगीरो को हो रही परेशानी , 2 किमी का रास्ता ढहने से 10 किमी घुमना पड़ रहा है आने जाने के लिए Body:भाटापारा - भ्रष्टाचार के कई मामले देखने सुनने को मिलता है वैसा ही एक मामला भाटापारा विधानसभा के सिमगा ब्लॉक का है जहां सिमगा से बछेरा गॉव को जोड़ने 2 किलोमीटर का डामर सड़क का निर्माण 2018-19 में 80 लाख की लागत से कराया गया । जिसके मध्य में दो गाव को जोड़ने एक पुल का भी निर्माण किया गया निर्माण इतना घटिया था कि पहली बारिश भी नही झेल पाया और पानी की धार में बह गया जिससे सड़क दो हिस्सों में बट गया।अब ग्रामीणों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से इस सड़क का निर्माण हुआ था लेकिन यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया निर्माण को हुए तीन महीने भी नही बीते और यह पुल पहली बरसात में बह गया साथ ही जो सड़क बनाई गई है उसमें भी ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जो अभी से उखड़ रही है । लेकिन न तो इस घटिया कार्य का विरोध संबंधित इंजीनियर ने किया न ही मॉनिटरिंग करने वाले उच्चाधिकारियों ने । अब आलम यह है की हमे गंतव्य स्थान जाने के लिये जान जोखिम में डाल सड़क पार कर रहे है या नही तो हमे 10 किलोमीटर घूम कर अपना सफर तय करना पड़ रहा है । सरकार के द्वारा प्रदान किये गए राशि का इस तरह बंदरबाट कर भ्रष्टाचार करने वाले ठेकेदार और इंजीनियर पर कार्यवाही होनी चाहिए साथ ही टूटे हुए पुल को पुनः निर्माण कर सड़क को ठीक करना चाहिए। वही इस पूरे मामले में पी डब्लू डी के एस डी ओ का कहना है कि इस मार्ग का कार्य अभी पूरा नही हुवा है और ठेकेदार को पूरी राशि प्रदान नही की गई है ,ठेकेदार जब तक अधूरे निर्माण पूरे नही करेगा उसे राशि का आबंटन नही किया जाएगा और घटिया निर्माण की जांच की जाएगी ।

बाइट - राजेंद्र कुमार रात्रे , राहगीर , ग्रामीण
बाइट - मनोज तोंडे , राहगीर ग्रामीण
बाइट - टी.आर.कौशिक , एसडीओ , पीडब्लुडी भाटापारा Conclusion:n
Last Updated : Sep 18, 2019, 7:45 PM IST
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