बलौदा बाजार: हर रोज भ्रष्टाचार के कई मामले देखने सुनने को मिलते हैं. ऐसा ही एक मामला भाटापारा विधानसभा के सिमगा ब्लॉक में सामने आया है. सिमगा से बछेरा गांव को जोड़ने वाली 2 किलोमीटर लंबी डामर की सड़क का निर्माण 2018-19 में 80 लाख की लागत से कराया गया था.
दो गांव को जोड़ने के लिए एक पुल का भी निर्माण किया गया था, जो इतना घटिया था कि पहली बारिश भी नहीं झेल पाया. नवनिर्मित पुल भी पानी की धार में बह गया, जिससे सड़क दो हिस्सों में बंट गई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. सड़क निर्माण में भी ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया, जो अभी से उखड़ रही है.
टूटे पुल और सड़क बन गई मुसीबत
घटिया निर्माण कार्य का विरोध न तो संबंधित इंजीनियर ने किया न ही मॉनिटरिंग करने वाले उच्चाधिकारियों ने. आलम यह है की लोगों को गंतव्य स्थान तक जाने के लिये जान जोखिम में डाल कर बीच सड़क पर बने गड्ढे को पार करना पड़ रहा है.
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निर्माण कार्य की जांच का दावा
पीडब्लूडी के एसडीओ का कहना है कि इस मार्ग का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है और ठेकेदार को पूरी राशि प्रदान नहीं की गई है. ठेकेदार जब तक अधूरे निर्माण कार्य पूरे नहीं करेगा, उसे राशि का आवंटन नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही घटिया निर्माण की जांच कराई जाएगी.