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बलौदा बाजार : नहीं रुक रहा अंधविश्वास का जाल, सर्पदंश से लगातार हो रही मौत

बिलाईगढ़ में सांप काटने की वजह से एक महीने में तीन मौत होने का मामला सामने आया है. इसके बाद भी लोग सर्पदंश से पीड़ित लोगों को अस्पताल ले जाने के बजाए बैगा के पास झाड़फूंक कराने ले जाते हैं, जिससे उनके शरीर में सांप का जहर फैल जाता है और उनकी मौत हो जाती है.

सर्पदंश से लगातार हो रही मौत
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Published : Aug 18, 2019, 6:24 PM IST

बलौदा बाजार : जिले के बिलाईगढ़ क्षेत्र में बरसात का मौसम आते ही सर्पदंश का मामला लगातार सामने आ रहा है और यहां के लोगों के अंधविश्वास के कारण सर्पदंश से पीड़ित लोगों का इलाज भी नहीं हो रहा है, जिसके कारण इनकी मृत्यु हो जा रही है.

सर्पदंश से लगातार हो रही मौत

बता दें कि बिलाईगढ़ क्षेत्र चारों ओर से जंगलों से घिरा हुआ है, जंगल से घिरे होने के कारण इस क्षेत्र में जहरीले सांप जैसे- करैत, वाईपर और नाग प्रजाति के सांप जिसे स्थानीय भाषा में गेंहुवा डोमी कहा जाता है. यह सबसे ज्यादा यहां पाया जाता है. बरसात का मौसम आते ही जमीन गर्म हो जाती है और बिल में पानीभर जाने की वजह से ये सांप बिल से निकलकर घर में घुस जाते हैं, यहीं कारण है कि बिलाईगढ़ अंचल में सर्पदंश के मामले बढ़े हैं.

पढ़ें : धमतरी: सीएम भूपेश के लिए दुगली गांव है खास, 20 अगस्त को देंगे 150 करोड़ की सौगात

अंधविश्वास का फैला है जाल
बिलाईगढ़ क्षेत्र में बीते एक महीने में 3 लोगों ने सर्पदंश के कारण अपनी जान गंवाई है. यह आकड़े थाने में दर्ज है, लेकिन ऐसे और कई लोग हैं, जिनका रिकार्ड थाने में दर्ज नहीं है.

दी जाती है एंटी स्नैक वैक्सीन
बरसात शुरू होने से पहले ही सभी शासकीय अस्पतालों में सर्पदंश से बचाने के लिए एंटी स्नैक वैक्सीन उपलब्ध कराई जाती है. इस वैक्सीन के उपयोग से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. अगर किसी व्यक्ति को जहरीले सांप ने डस लिया है, तो उसे तत्काल सबसे पहले नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाना चाहिए. सही समय पर सही इलाज मिलने से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है.

बलौदा बाजार : जिले के बिलाईगढ़ क्षेत्र में बरसात का मौसम आते ही सर्पदंश का मामला लगातार सामने आ रहा है और यहां के लोगों के अंधविश्वास के कारण सर्पदंश से पीड़ित लोगों का इलाज भी नहीं हो रहा है, जिसके कारण इनकी मृत्यु हो जा रही है.

सर्पदंश से लगातार हो रही मौत

बता दें कि बिलाईगढ़ क्षेत्र चारों ओर से जंगलों से घिरा हुआ है, जंगल से घिरे होने के कारण इस क्षेत्र में जहरीले सांप जैसे- करैत, वाईपर और नाग प्रजाति के सांप जिसे स्थानीय भाषा में गेंहुवा डोमी कहा जाता है. यह सबसे ज्यादा यहां पाया जाता है. बरसात का मौसम आते ही जमीन गर्म हो जाती है और बिल में पानीभर जाने की वजह से ये सांप बिल से निकलकर घर में घुस जाते हैं, यहीं कारण है कि बिलाईगढ़ अंचल में सर्पदंश के मामले बढ़े हैं.

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अंधविश्वास का फैला है जाल
बिलाईगढ़ क्षेत्र में बीते एक महीने में 3 लोगों ने सर्पदंश के कारण अपनी जान गंवाई है. यह आकड़े थाने में दर्ज है, लेकिन ऐसे और कई लोग हैं, जिनका रिकार्ड थाने में दर्ज नहीं है.

दी जाती है एंटी स्नैक वैक्सीन
बरसात शुरू होने से पहले ही सभी शासकीय अस्पतालों में सर्पदंश से बचाने के लिए एंटी स्नैक वैक्सीन उपलब्ध कराई जाती है. इस वैक्सीन के उपयोग से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. अगर किसी व्यक्ति को जहरीले सांप ने डस लिया है, तो उसे तत्काल सबसे पहले नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाना चाहिए. सही समय पर सही इलाज मिलने से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है.

Intro: बलौदाबाजार - बारिश का मौसम शुरू होते ही जमीनों पर रेंगने वाले यमराज के चलते मौतों का सिलसिला बढ़ रहा है,यहां लोगों के जीवन पर सर्पदंश से ज्यादा अंधविश्वास के भंवर में फसना ज्यादा भारी पड़ रहा है,हम बात कर रहे हैं बलौदाबाजार जिले के बिलाईगढ़ क्षेत्र की जहां बरसात के प्रारंभ होते ही एकाएक सर्पदंश के मामले बढ़ गए है।

Body:बलौदाबाजार जिले के सबसे अंतिम छोर का विकासखण्ड है बिलाईगढ़, बिलाईगढ़ क्षेत्र चारों तरफ से जंगलों से घिरा हुआ है,जंगलों से घिरे होने के कारण इस क्षेत्र में जहरीले सांप जैसे करैत,वाईपर स्नैक और नाग प्रजाति के सांप जिसे स्थानीय भाषा में गंहुवा डोमी कहा जाता है सबसे ज्यादा पाई जाती है,बरसात शुरू होते ही जमीन के भीतर गर्मी बढ़ने और बिलों में पानी भरने की वजह से ये सांप निकलर घरों में घुसते हैं,जिसकी वजह से बिलाईगढ़ अंचल में सर्पदंश के मामले बढ़े हैं, बिलाईगढ़ क्षेत्र में बीते एक महीने में ही 3 लोगों ने सर्पदंश के चलते अपनी जानें गंवाई है,यह आकड़े थाने में दर्ज है लेकिन ऐसे और कई लोग है जिनका रेकार्ड थाने में दर्ज नही है. बिलाईगढ़ क्षेत्र में सर्पदंश के बाद जान गंवाने का सबसे बड़ा कारण है लोगों का अंधविश्वास, बिलाईगढ़ क्षेत्र में अगर किसी व्यक्ति को साँप डस ले तो उस व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़ फूंक कराने के लिए बैगा के पास ले जाया जाता है, विनाश काले विपरीत बुध्दी को चरितार्थ करते हुए अंचल के लोग चिकित्सीय सुविधा के बजाय पीड़ित व्यक्ति को बैगा के पास ले जाना ज्यादा उचित समझते हैं, नतीजतन जब तक इनकी आंखे खुलती है तब तक काफी देर हो चुकी होती है।

बरसात शुरू होने से पहले ही सभी शासकीय अस्पतालों में सर्पदंश से बचाने के लिए एंटी स्नैक वैक्सीन उपलब्ध कराई जाती है,इस वैक्सीन के उपयोग से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है,अगर किसी व्यक्ति को जहरीले सांप ने डस लिया है तो उसे तत्काल सबसे पहले नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाना चाहिए,सही समय पर सही इलाज मिलने से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
Conclusion:बिलाईगढ़ क्षेत्र में पुरानी मान्यता और अंधविश्वास लोगों के दिलों दिमाग में इस कदर बैठा हुआ है लोग अस्पताल से ज्यादा झाड़ फूंक पर यकीन करते है, जबकि साँपो की अलग अलग प्रजाति पाई जाती है जिसमें हर सांप जहरीला नहीं होता है,लोगों को साँपो की प्रजाति और अंधविश्वास को दूर करने के लिए प्रशासन को जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है ताकि जानकारी के अभाव और अंधविश्वास में पड़कर असमय किसी की मौत ना हो।

बाईट 01 - धनसाय साहू - प्रत्यक्षदर्शी

बाईट 02 - प्रभात कुमार साहू - उपनिरीक्षण बिलाईगढ़

बाईट 03 - पुष्पेंद्र वैष्णव - चिकित्सा अधिकारी बिलाईगढ़


नोट - सर्प का विजुअल फाईल विजुअल है.
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