बलौदा बाजारः बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम धनसीर के धान खरीदी केंद्र में लाखों रुपए का धान बारिश की वजह से सड़ कर बर्बाद हो गया है और जिम्मेदार अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. धान खरीदी केन्द्र प्रभारी रामाधार मानिकपुरी ने स्वीकार किया है कि लापरवाही और अव्यवस्था के कारण धान सड़ कर बर्बाद हुआ है, जिससे सरकार को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.
2020 में क्षेत्र में धान खरीदी के लिए बिलाईगढ़ सोसाइटी के माध्यम से ग्राम धनसीर को केंद्र बनाया गया था, जहां किसानों से 1 लाख 78 हजार बोरी धान समिति ने खरीदा है. केंद्र से समय पर उठाव नहीं होने और अव्यवस्था की वजह से खरीदा हुआ धान सड़ कर बर्बाद हो गया है.
आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला
इस संबंध में धान खरीदी केंद्र प्रभारी रामाधार मानिकपुरी ने बताया कि धान खरीदी केंद्र में पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा के लिए बारदाना और अन्य सामान नहीं मिला था. इसकी वजह से बेमौसम बारिश में धान भीगने से नहीं बचाया जा सका. रामाधार ने बताया कि उसने समय-समय पर उच्च अधिकारिओं और समिति को इस विषय में अवगत कराया, लेकिन आश्वासन देने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की गई.
जिम्मेदार अधिकारी झाड़ रहे पल्ला
मंडी अध्यक्ष टीकाराम जायसवाल ने कहा कि उनकी ओर से सभी मंडियों को पर्याप्त मात्रा में बारदाना और बोरी दी गई थी, लेकिन केंद्र के लोग ही सुरक्षा नहीं कर पाए और पूरी तरह जिम्मेदार उन्हें ठहराया जा रहा है. इससे साफ जाहिर होता है कि दो जिम्मेदार अधिकारी आपस मे एक-दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं और अपने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.
उचित जांच की मांग
वहीं इस संबंध में सहकारिता समिति के सभापति कमलेश साहू ने कहा कि धान खरीदी केंद्र में सुरक्षा को लेकर अनियमितता बरती गई है, जिसकी वजह से लाखों का धान सड़ कर बर्बाद हो गया. जिस प्रकार से धान केन्द्र में सड़ा हुआ पड़ा है उससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुरक्षा को लेकर कितनी लापरवाही बरती गई है. उन्होंने कहा कि इस पर उच्च अधिकारिओं से चर्चा कर जांच करायी जाएगी और जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.