बलौदा बाजार: बाया में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही की वजह से एक व्यक्ति की जान चली गई. घटना के बाद आरोपी डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार है. वहीं जिम्मेदारों का कहना है कि मामले की जानकारी उन्हें नहीं है, अगर पीड़ित परिवार की शिकायत मिलती है तो वे आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
बताया जा रहा है, बाया इलाके के कुर कुटी गांव का कन्हैया बरही बाया में एक डॉक्टर रोशन रात्रे से कंधे पर हुए मस्से का इलाज करा रहा था. इसी दौरान डॉक्टर रोशन रात्रे ने इलाज के नाम पर उसके कंधे के मस्से को काट कर अलग कर दिया. उस दिन डॉक्टर ने कन्हैया को पट्टी बांध और कुछ दवा देकर घर भेज दिया और अगले दिन पट्टी बदलने के लिए फिर से बुलाया था.
इंजेक्शन लगाने के बाद मौत
दूसरे दिन जब कन्हैया पट्टी बदलवाने गया, तो डॉक्टर रोशन लाल ने पट्टी बदलने के बाद उसे एक इंजेक्शन लगाय. जिसके कुछ देर बाद कन्हैया अचानक बेहोश हो गया. बताते है, बेहोशी की हालत में ही कन्हैया की मौत हो गई. इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने किसी के माध्यम से कन्हैया के घर वालों को इसकी सूचना दी और कन्हैया को क्लिनिक से ले जाने को कहा.
घटना के बाद से डॉक्टर फरार
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे कन्हैया के परिजन क्लिनिक से कन्हैया का शव लेकर आ गए. बताते हैं, इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने कन्हैया के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने दिया और बिना पोस्टमार्टम के ही उसका अंतिम संस्कार करा दिया. इधर, घटना के बाद से आरोपी डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार है. वहीं अब कन्हैया का बेटा मामले में न्याय की मांग कर रहा है. बताया जा रहा है कि इस क्लिनिक को पहले भी बंद किया जा चुका है.
जिम्मेदारों को कोई जानकारी नहीं
इधर, मामले में बया चौकी प्रभारी का कहना है कि मृतक के परिजनों ने कोई केस दर्ज नहीं कराई है. वहीं कसडोल के एसडीएम का कहना है कि सील क्लिनिक को फिर से कैसे खोला गया इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. जबकि क्लिनिक को सील करते वक्त ये वहां मौजूद थे. मामले में कसडोल के बीएमओ सीएस पैकरा का कहना है कि उन्हें इलाके में अवैध क्लिनिक संचालन की कोई जानकारी नहीं है और वे अब मामले की जांच करा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.