बलौदा बाजार: कुश की नगरी कसडोल 2003 में ग्राम पंचायत से नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आई. 2004 में यहां पहली बार निकाय चुनाव हुआ. जिसमें बीजेपी की श्यामा बाई साहू नगर पंचायत की पहली महिला अध्यक्ष बनी. वर्तमान में नगर पंचायत में अध्यक्ष पद को ओबीसी महिला के लिए आरक्षित किया गया है.
कसडोल नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है. 2011 की जनजणना के मुताबिक नगर पंचायत की कुल जनसंख्या 14071 हैं. वहीं 2014 के चुनाव के अनुसार यहां 11516 मतदाता हैं. इसमें 5632 महिला और 5884 पुरुष मतदाताओं की संख्या है.
स्थानीय बताते हैं, निकाय स्तर पर यहां कोई काम नहीं हुआ है. हालांकि कसडोल के पूर्व विधायक गौरीशंकर अग्रवाल के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद यहां कुछ विकास हुए थे. वहीं वर्तमान अध्यक्ष योगेश बंजारे पर भ्रष्टाचार का आरोप भी खूब लगे हैं.
कसडोल नगर पंचायत में लाखों रुपये खर्च करने के बाद आज भी नगर का एकमात्र गार्डन का काम अधूरा पड़ा है. कसडोल नगर के प्रमुख मार्ग जिसमें कसडोल का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, महाविद्यालय, बिजली ऑफिस, बीएसएनएल ऑफिस और गार्डन को एक दूसरे से जोड़ती है, जर्जर हो चुकी है. आसपास के गांवों को शहर से जोड़ने वाली सड़कों का हाल भी बेहाल है. वर्षों से इन सड़कों के मरम्मत की मांग स्थानीय करते आ रहे हैं, लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष इसपर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.