बलौदा-बाजार: सलोनी में मौजूद निजी सीमेंट प्लांट प्रबंधन की ओर से बिछाई जा रही रेल लाइन के लिए किसानों की जमीन पर लगे पेड़ों पर मलवा डालने के 6 महीनों बाद भी किसानों को मुआवजा नहीं मिला है.
बता दें कि कुछ वक्त पहले सीमेंट प्लांट की ओर से तेंदूपत्ता, साजा और सेमर के पेड़ों को मलवे से पाट दिया था, जिसकी वजह से हजारों पेड़ सूख गए थे.
कलेक्टर से की शिकायत
ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पर कंपनी ने अपनी गलती को स्वीकार किया गया था. कंपनी ने वादा किया गया था कि ग्रामीणों को नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.
मुआवजे का इंतजार
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि एसडीएम तहसीलदार और पटवारी द्वारा मौके का जायजा लिया गया था. वहीं अधिकारियों को मलबा हटाने के साथ-साथ कंपनी को मुआवजा देने के निर्देश दिए थे. लेकिन किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.
'किस आधार पर बांटें मुआवजा'
ग्रामीणों ने कलेक्टर के जनदर्शन में पहुंचकर मुआवजा देने के लिए गुहार लगाई है. इस मामले में कंपनी प्रबंधन का कहना है कि 'प्रशासन की ओर से किसानों को मुआवजा देने की राशि की जनकारी नहीं दी गई है. ऐसी सूरत में वे किस आधार पर मुआवजा बांट दें. बता दें की अपर कलेक्टर जोगेंद्र नायक ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं.