यज्ञ के परिवार वाले बताते हैं कि 6 साल पहले जब उन्हें पता चला कि उनका बेटा अब पुलिस वाला बनकर देश की सेवा करेगा तो वो खुशी से फूले नहीं समाए और आज का एक दिन है जब वही परिवार यज्ञ की मौत पर आंसू बहाने के सिवाए कुछ नहीं कर पा रहा है.
यज्ञ साहू कर रहा थाछुट्टी मांग
दरअसल पवनी गांव के रहने वाले यज्ञ साहू की पोस्टिंग कुछ दिनों पहले ही गीत पुरी थाना में हुई थी. यत्री कुछ दिनों से छुट्टी मांग रहा था, लेकिन आला अधिकारियों ने उसे छुट्टी देने के बजाए फटकार लगा दी, जिसके बाद 23 मार्च को आरक्षक यज्ञ साहू खुद ने खुद को आग के हवाले कर दिया.
मौत के बाद पूरा गांव शोक में
यज्ञ को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. यज्ञ तो चला गया, लेकिन अपने पीछे कई सवाल भी छोड़ गया. यज्ञ साहू की मौत के बाद पूरा गांव शोक में डूबा है, वहीं यज्ञ का उसकी मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
दिल को झकझोर देने वाला नजारा
जब यज्ञ का शव श्मशान घाट में पहुंचा वहा एक ऐसा मंजर देखने को मिला जो दिल को झकझोर देने वाला था. एक ओर जहां पुलिस अधिकारियों ने यज्ञ को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया, वहीं दूसरी ओर श्मशान घाट में पहुंचे पिता ने एडिशनल एसपी के पैर छूकर निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग की.
एसआई औरथाना प्रभारी मौत का जिम्मेदार
यज्ञ के परिजनों ने गिरौदपुरी थाने में पदस्थ एसआई अश्वनी पडवार और थाना प्रभारी राजेंद्र राजपूत को यज्ञ की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. यज्ञ साहू के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'इस घटना के जिम्मेदार दोनों अधिकारियों को नौकरी से बर्खास्त किया जाए ताकि ऐसा फिर किसी कर्मचारी के साथ न हो'. वहीं घटना पर एडिशनल एसपी जेआर ठाकुर ने कहा कि, 'इस मामले में निष्पक्ष जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी'.