बलौदाबाजार: भाटापारा में बीते 13 जून को बेरोजगार होने पर युवक ने फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली थी. अब युवक के परिजन पुलिस कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं. युवक के परिवारवालों का कहना है कि युवक लाॅकडाॅउन के दौरान बेरोजगार होने पर दुखी था और फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. साथ ही परिजनों का कहना है कि युवक जहां काम करता था, मालिक ने उसे मजदूरी नहीं दी थी. इससे निराश होकर युवक ने आत्महत्या कर ली थी.
भाटापारा के अकलतरा ग्राम पंचायत में निवास करने वाला ध्रुव परिवार जो जिसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उस परिवार का 21 वर्ष का युवक जितेंद्र ध्रुव ठेकेदार व्यास नारायण वर्मा के साथ काम करता था. परिजनों के मुताबिक युवक ठेकेदार के साथ बिजली के खंभे गाड़ने का काम करता था, लेकिन 2 साल से व्यास नारायण ने उसका मेहनताना नहीं दिया. इतना ही नहीं उसे बिजनेस में पार्टनर बनने का झांसा देता रहा. इसी बीच मार्च में लाॅकडाउन के कारण काम बंद पड़ गया. इससे युवक बेरोजगार हो गया था. बेरोजगार होने के कारण और मजदूरी नहीं मिलने से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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सुसाइड करने से पहले अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया आ ऑडियो
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक युवक ने सुसाइड करने से पहले अपने मोबाइल में एक ऑडियो रिकॉर्ड किया था. इससे साथ ही युवक ने मौके पर सुसाइड नोट भी छोड़ा था. ऑडियो में युवक ने कहा था कि 'अकलतरा का रहने वाला व्यास नारायण वर्मा मेरे को मरने के लिए बोला है. इसलिए मैं मर रहा हूं'. वहीं परिवार के लोगों का कहना है कि जब शिकायत करने थाने पहुंचे, तो पुलिस से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला.
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परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप है कि 6 बार एसपी कार्यालय, 3 बार भाटापारा थाने मे शिकायत किया गया, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक रसुक और पैसे के बल पर आरोपी बचता आ रहा है. 3 महीने से न्याय के लिए माता पिता और पूरा परिवार प्रशासनिक कार्यालयों का चक्कर काट रहा है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की है.