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मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान बना वरदान, आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं

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Published : Oct 2, 2020, 7:36 PM IST

बिलाईगढ़ ब्लॉक झुमका में लक्ष्मी सरस्वती महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं हर महीने 35 क्विंटल रेडी टू ईट फूड का निर्माण कर 38 आंगनबाड़ी केंद्र में सप्लाई कर रहीं हैं. महिलाओं ने आय का जरिया देने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया है.

Chief Minister Nutrition Campaign source of income for women self help groups
आय का जरिया बना मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान

बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सरकार ने महिला समूहों को जोड़कर उनको आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा मौका दिया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर बच्चों और महिलाओं को पौष्टिक आहार के रूप के रेडी टू ईट फूड उपलब्ध कराकर उन्हें कुपोषण मुक्त रखने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. बिलाईगढ़ ब्लॉक झुमका में लक्ष्मी सरस्वती महिला स्व सहायता समूह में कुल 14 महिलाएं हैं, जिनकी ओर से हर महीने 35 क्विंटल रेडी टू ईट फूड का निर्माण किया जाता है. बता दें महिला समूह 38 आंगनबाड़ी केंद्र में निरंतर रूप से फूड का वितरण करती हैं.

आय का जरिया बना मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान

पढ़ें: कवर्धा: करोड़ों खर्च करने के बाद भी जिले मे 12 हजार से ज्यादा बच्चे कुपोषित

स्व सहायता समूह की महिलाएं रेडी टू ईट फूड बनाकर आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई कर रहीं हैं. यह कार्य सुपोषण अभियान की शुरुआत से जारी है. इससे महिलाओं की उन्नति की नई राह भी खुली है. सरकार की इस पहल से महिलाओं और बच्चों को फायदा मिल रहा है. आंगनबाड़ी में रेडी टू ईट फूड सप्लाई कर महिलाएं आत्मनिर्भर तो बन रहीं हैं. साथ ही सुपोषण अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों को पोषण आहार भी मिल रहा है.

पढ़ें: रायगढ़: लॉकडाउन में नहीं हुआ संक्रमण पर नियंत्रण, नई रणनीति से होगी कोरोना से लड़ाई

घर में मिल रहा काम

समूह की महिलाओं ने कहा कि रोजगार के लिए पहले दूसरे राज्य में काम की तलाश करनी पड़ती थी. लेकिन सरकार ने महिलाओं के लिए रेडी टू ईट फूड निर्माण करने का रास्ता खोला है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं. महिलाओं को घर पर ही आय का जरिया मिल गया है. महिलाओं ने बताया कि रेडी टू ईट फूड के निर्माण में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. इसके लिए समूह के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी तय की गई है. वहीं लक्ष्मी सरस्वती समूह की महिलाओं ने सरकार की इस पहल के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है.

बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सरकार ने महिला समूहों को जोड़कर उनको आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा मौका दिया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर बच्चों और महिलाओं को पौष्टिक आहार के रूप के रेडी टू ईट फूड उपलब्ध कराकर उन्हें कुपोषण मुक्त रखने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. बिलाईगढ़ ब्लॉक झुमका में लक्ष्मी सरस्वती महिला स्व सहायता समूह में कुल 14 महिलाएं हैं, जिनकी ओर से हर महीने 35 क्विंटल रेडी टू ईट फूड का निर्माण किया जाता है. बता दें महिला समूह 38 आंगनबाड़ी केंद्र में निरंतर रूप से फूड का वितरण करती हैं.

आय का जरिया बना मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान

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स्व सहायता समूह की महिलाएं रेडी टू ईट फूड बनाकर आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई कर रहीं हैं. यह कार्य सुपोषण अभियान की शुरुआत से जारी है. इससे महिलाओं की उन्नति की नई राह भी खुली है. सरकार की इस पहल से महिलाओं और बच्चों को फायदा मिल रहा है. आंगनबाड़ी में रेडी टू ईट फूड सप्लाई कर महिलाएं आत्मनिर्भर तो बन रहीं हैं. साथ ही सुपोषण अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों को पोषण आहार भी मिल रहा है.

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घर में मिल रहा काम

समूह की महिलाओं ने कहा कि रोजगार के लिए पहले दूसरे राज्य में काम की तलाश करनी पड़ती थी. लेकिन सरकार ने महिलाओं के लिए रेडी टू ईट फूड निर्माण करने का रास्ता खोला है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं. महिलाओं को घर पर ही आय का जरिया मिल गया है. महिलाओं ने बताया कि रेडी टू ईट फूड के निर्माण में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. इसके लिए समूह के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी तय की गई है. वहीं लक्ष्मी सरस्वती समूह की महिलाओं ने सरकार की इस पहल के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है.

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