बलौदाबाजार : सोनाडीह स्थित एक सीमेंट फैक्ट्री के सैकड़ों मजदूर नौकरी से बेदखल कर दिए गए हैं. भरतपुर, मोपकी और निपनिया के 290 ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ सीमेंट कॅरियर के ठेकेदार पर बिना कारण के नौकरी से निकाल देने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर श्रम विभाग में शिकायत दर्ज कराई है.
ग्रामीणों ने बताया कि 'उन्हें 7 माह का वेतन भी नहीं दिया गया. बिना बताए नौकरी से निकाल दिए जाने से वे रोजगार के लिए भटक रहे हैं'.
'धोखे से कराए हस्ताक्षर'
ग्रामीणों ने कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'उनसे धोखे से कई जगह हस्ताक्षर लिए गए हैं और सभी मजदूरों का पीएफ भी काटा गया, ताकि मजदूरों को पेंशन दिया जा सके, लेकिन कंपनी न पीएफ का पैसा वापस दे रही है और न ही पेंशन दे रही है'.
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अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों ने इस संबध में कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन मजदूरों की समस्या का निराकरण नहीं हो सका है. ग्रामीणों ने श्रम अधिकारियों पर मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है. हताश ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाने की बात कही है.
7-7 लाख रुपए फंसे
ग्रामीणों के पक्ष में भाटापारा के कांग्रेसी नेता सुशील शर्मा आगे आए हैं और उन्होंने मजदूरों को न्याय दिलाने का वादा किया है. सीमेंट कंपनी में सभी मजदूरों के लगभग 7-7 लाख रुपए फंसे हुए हैं.