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सूरजपुर: बंद पड़ी 'तीसरी आंख', प्रशासन है बेखबर

सूरजपुर जिले में चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा लगाया था, लेकिन इसके रखरखाव का खास ख्याल नहीं रखा गया है, जिसकी वजह से अपराधी घटना को अंजाम दे रहे हैं.

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Published : Sep 14, 2019, 1:58 PM IST

Updated : Sep 15, 2019, 7:12 PM IST

सीसीटीवी कैमरा

सूरजपुर: जिले को अपराध से मुक्त करने के लिए पुलिस प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा लगाया था, लेकिन इसके रखरखाव का खास ख्याल नहीं रखा गया. यही कारण है कि अब अपराधी शहर के भीतर घटना को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं.

बंद पड़े हैं cctv कैमरे

बता दें कि पिछले साल विभाग की ओर से शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर भीड़भाड़ वाले जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था और शहर के निगरानी की रणनीति बनाई गई थी. इसके लिए हर स्तर पर लाखों रुपए खर्च किए गए थे. साथ ही सीसीटीवी लगने के कुछ दिनों तक इसकी खूब सुध भी ली गई थी. लेकिन बाद में प्रशासन लचर होता गया औक अपराधी सारेआम अपराध को अंजाम देकर भागने में सफल हो गए.

हाल में ही व्यवसायिक कार्य से सूरजपुर पहुंचे रायगढ़ के एक मुनीम 2 लाख की उठाई गिरी के शिकार बने. वहीं जिले में आए दिन चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. बावजूद इसके प्रशासन उदासीन नजर आ रहा है. वहीं जब ETV भारत की टीम ने एसपी डीआर अंचला से बात की तो उन्होंने सीसीटीवी कैमरे को जल्द ठीक कराने का आश्वासन दिया.

सूरजपुर: जिले को अपराध से मुक्त करने के लिए पुलिस प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा लगाया था, लेकिन इसके रखरखाव का खास ख्याल नहीं रखा गया. यही कारण है कि अब अपराधी शहर के भीतर घटना को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं.

बंद पड़े हैं cctv कैमरे

बता दें कि पिछले साल विभाग की ओर से शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर भीड़भाड़ वाले जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था और शहर के निगरानी की रणनीति बनाई गई थी. इसके लिए हर स्तर पर लाखों रुपए खर्च किए गए थे. साथ ही सीसीटीवी लगने के कुछ दिनों तक इसकी खूब सुध भी ली गई थी. लेकिन बाद में प्रशासन लचर होता गया औक अपराधी सारेआम अपराध को अंजाम देकर भागने में सफल हो गए.

हाल में ही व्यवसायिक कार्य से सूरजपुर पहुंचे रायगढ़ के एक मुनीम 2 लाख की उठाई गिरी के शिकार बने. वहीं जिले में आए दिन चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. बावजूद इसके प्रशासन उदासीन नजर आ रहा है. वहीं जब ETV भारत की टीम ने एसपी डीआर अंचला से बात की तो उन्होंने सीसीटीवी कैमरे को जल्द ठीक कराने का आश्वासन दिया.

Intro:जिला मुख्यालय सूरजपुर को अपराध मुक्त बनाने और अपराधियों की पहचान कर तत्काल गिरफ्तार करने की रणनीति पर काम करते हुए पुलिस प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर तीसरी आंख की तैनाती कर विशेष सुरक्षा घेरा तैयार किया था लेकिन दुर्भाग्य का विषय यह है कि लाखों रुपए खर्च कर जगह-जगह पर लगाई गई तीसरी आंख रखरखाव के अभाव में नेत्र विकार से जूझ रही है परिणाम स्वरूप अपराधी शहर के अंदर अपराध को अंजाम देकर आसानी से भाग निकलने में सफल हो रहे हैं


Body:दरअसल गत वर्ष पुलिस विभाग के द्वारा शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर भीड़भाड़ वाले मार्गों में सीसीटीवी कैमरे लगाकर शहर की निगरानी की रणनीति बनाई गई थी जिसके लिए हर स्तर पर लाखों रुपए खर्च किए गए थे लेकिन लगने के कुछ दिनों तक तो सीसीटीवी कैमरा की सुध ली गई लेकिन धीरे-धीरे पुलिस प्रशासन ने शहर की सुरक्षा में लगी इन तीसरी आंखों के प्रति उदासीनता रवैया अपना लिया परिणाम यह हुआ कि अपराध के वक्त यह तीसरी आंखें अपने दायित्वों को पूरा नहीं कर सकी और अपराधी सारे आम अपराध को अंजाम देकर भागने में सफल हो गए हाल में ही व्यवसायिक कार्य से सूरजपुर पहुंचे रायगढ़ के एक मुनीम ₹200000 की उठाई गिरी के शिकार बने वहीं आए दिन चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं बावजूद इसके प्रशासन उदासीन नजर आ रहा है वहीं जब ईटीवी भारत की टीम ने एसपी डीआर अंचला से बात की तो उन्होंने सीसीटीवी कैमरे को जल्द ठीक कराने का आश्वासन दिया


Conclusion:बाहरहाल लाखों के खर्च से लगे चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे देखरेख के कारण खराब पड़े हुए हैं अब देखने वाली बात होगी कि कब तक विभाग बंद पड़े तीसरी आंख को ठीक कर आता है

बाईट - डीआर अचला,,,, एसपी सूरजपुर

बाईट - दीपक कर,,,,, स्थानीय
Last Updated : Sep 15, 2019, 7:12 PM IST
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