बलौदाबाजार : छत्तीसगढ़ में कई पर्यटन स्थल हैं, जहां बारिश के मौसम में पर्यटकों का तांता लगा रहता है. कसडोल से महज 8 किलोमीटर दूर पिथौरा मुख्य मार्ग में सिद्धखोल जलप्रपात स्थित है जहां 70 फीट की ऊंचाई से जलधारा नीचे गिरती है और इस खूबसूरत जलप्रपात को देखने प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक पंहुचते हैं. अभी लॉकडाउन के कारण इस पर्यटन क्षेत्र में पर्यटकों की भीड़ बढ़ी है. इस बीच यहां आने वाले युवा 70 फीट की ऊंचाई से जल प्रपात में छलांग लगा रहे हैं. जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
स्थानीय निवासियों की माने तो यहां आने वाले युवा जान जोखिम में डालकर स्टंट कर रहे हैं. जिसकी शिकायत वन विभाग और प्रशासन से की गई है. लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से कोई कदम नहीं उठाया गया है.
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इस विषय पर यूएस ठाकुर वन विभाग कसडोल के SDO ने बताया कि शरारती युवाओं द्वारा जलप्रपात में खतरनाक स्टंट करने की शिकायत के बाद चैन पुलिंग कर घेराव किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कुकरीकोना वन प्रबंधन समिति को देखरेख, सुरक्षा,पार्किंग व्यवस्था और साफ-सफाई के लिए कहा गया था, लेकिन इस वर्ष किसी कारण से उनके द्वारा देखरेख नहीं किया जा रहा है, जिसके लिए जल्द ही उनसे बात कर दोबारा सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे
वन विभाग के संरक्षण में पर्यटन स्थल
सिद्धखोल एक पिकनिक स्थल है, जो वन विभाग के संरक्षण में है. यहां पहाड़ी से आने वाले बरसात के पानी को रोकने के लिए छोटा एनीकट बनाया गया है. जिसमें पानी पहाड़ के ऊपर से 70 फीट नीचे गिरता है. इस झरने के आसपास पहाड़ी और जंगल होने से प्राकृतिक सौंदर्य बहुत अच्छा है ,वन विभाग द्वारा झरना और जंगल का दृश्य देखने के लिए एक टावर भी बनाया गया है. झरने के पहले एक पैगोडा और किचन शेड भी बनाया गया है. सिद्धखोल में लोगों की सुरक्षा के लिए सभी तरफ से लोहे के जाली वन विभाग द्वारा लगाए गए हैं, लेकिन जाली कई जगह से टूट चुका है. जिसका फायदा उठाकर शरारती युवक यहां स्टंट करते हैं.