बलौदाबाजार: जिले के 13 साल के तौफीक ने कोरोना को मात दे दी है. तौफीक का पिछले 14 दिनों से बलौदाबाजार डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल (dedicated covid hospital) में इलाज चल रहा था. जहां रविवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. तौकीफ जिले के सिमगा ब्लॉक के ग्राम सुहेला का रहने वाला था. 30 मई को कोरोना के प्रारंभिक लक्षण मिले थे. बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने पर कोविड एंटीजन टेस्ट कराया गया था. जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. तब से तौफीक कोविड अस्पताल में भर्ती था.
तौफीक का इलाज करने वाले डॉ. शैलेन्द्र ने बताया कि भर्ती होने के दिन तौफीक का ऑक्सीजन प्रवाह 65% था. जो की गम्भीर श्रेणी में आता है. उसे विशेष मास्क एनआरबीएम से ऑक्सीजन दी गई. इसके साथ ही डॉक्टरों की लगातार निगरानी में दूसरे मरीजों से अलग कर आइसोलेशन में रख इलाज किया गया. जिससे अधिक संक्रमित मरीजों से अलग कर इलाज किया जा सका. रविवार को 14 दिन बाद तौफीक को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. डिस्चार्ज के समय तौफीक का ऑक्सीजन लेवल 98% था.
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बलौदाबाजार के 12 फीसदी बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके
चिंता की बात यह है कि बलौदाबाजार में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona in balodabazar) अभी नहीं आई है. इसके बावजूद अबतक 10 से 12 फीसदी बच्चे संक्रमित हो चुके हैं. बलौदाबाजार सीएमएचओ केआर सोनवानी (Balodabazar CMHO KR Sonwani) ने कहा कि अभी कोरोना की तीसरी लहर नहीं आई है. बावजूद इसके जिले में 10% से 12% बच्चे संक्रमित हो चुके हैं. जिले में तीसरी लहर के लिए सारी तैयारी शुरू कर दी गई है. जिला मुख्यालय में बच्चों के लिए अलग कोविड वार्ड बनाया गया है. साथ ही बच्चों के लिए 10 वेंटिलेटर अलग से रखे गए हैं.
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डॉक्टरों की टीम पर विश्वास से जीता कोरोना से जंग
डॉ. शैलेंद्र साहू ने बताया कि तौफीक के स्वस्थ होने पर डेडिकेटेड अस्पताल की पूरी मेडिकल टीम ने भी राहत की सांस ली है. इस केस में तौफीक के परिजनों की तत्परता और टीम के प्रति विश्वास और सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. तौफीक के परिजनों ने भी ने हॉस्पिटल के पूरी टीम और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे बच्चों को यहां अच्छी सुविधा मिली है. हमें किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं हुई. साथ ही CMHO भी समय समय पर आकर बच्चे की हाल-चाल जानने पहुंचते रहे.