बालोद: डौंडी लोहारा विकासखंड अंतर्गत श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम क्षेत्र के लगभग 20 गावों के 50 से अधिक ग्रामीणों ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से मुलाकात की है. इस मौके पर संत राम बालक दास महात्यागी, वरिष्ठ भाजपा नेता कोमल सिंह राजपूत, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर और जिला मंत्री भाजपा बालोद जयेश ठाकुर मौजूद रहें.
आदिवासी समाज के क्षेत्रवासियों ने रमन सिंह से मुलाकात कर आश्रम के संबंध में अपनी बातें रखी. ग्रामीणों ने बताया कि साल 1975 से स्थापित पाटेश्वर धाम मंदिर और आश्रम में क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ प्रदेश और देश भर के लाखों भक्तों की धार्मिक आस्था है. इसे हटाए जाने के लिए वन विभाग के अधिकारी द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
संत राम बालक दास महात्यागी को दिया गया नोटिस
ग्रामीणों ने आगे कहा कि रमन सिंह के कार्यकाल में पाटेश्वर धाम में आने वाले भक्तों के लिए बनाए गए बाउंड्री वॉल, भक्तों के रुकने के लिए बने भवनों, पेयजल व्यवस्था सहित अन्य सुविधाओं के लिए जमीन अधिग्रहण की बात की जा रही है. इस संबंध में संत राम बालक दास महात्यागी को नोटिस भी दिया गया है. इससे मंदिर और आश्रम पर आस्था रखने वाले लाखों भक्तो में गुस्सा है.
आदिवासी और वन विभाग के बीच छिड़ी जंग, पाटेश्वर धाम मामले में 18 गांव के लोग पहुंचे कलेक्ट्रेट
रमन सिंह ने दिया आश्वासन
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ग्रामीणों की बातों को गंभीरतापूर्वक सुना और सभी ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि पाटेश्वर धाम में लंबे समय से लाखों लोगों की धार्मिक आस्था है. साथ ही कहा कि इस मामले में सभी संबंधित उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी.