बालोद: जिले के बालोद जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चिचबोड़ में बीते 2 साल बाद भी स्वच्छ भारत योजना के तहत शौचालय निर्माण का पैसा नहीं मिल पाया है. जिसके कारण यहां के हितग्राही भटकने को मजबूर हैं. पंचायत भी इस विषय में किसी तरह का कोई ध्यान नहीं दे रही है. इसे लेकर हितग्राही परेशान हैं.
मामले में पंचायत के सचिव का कहना है कि यह केस उनके कार्यकाल का नहीं है. जब मीडिया ने सवाल किया कि आपने इन्हें इनके पैसे दिलाने का प्रयास क्यों नहीं किया, तो उन्होंने कहा कि पूर्व सचिव ने इनके शौचालय का पैसा जिला पंचायत में वापस जमा कर दिया है.
गांव के 16 हितग्राहियों को नहीं हुआ भुगतान
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले में शौच जाने से रोकने घर-घर शौचालय निर्माण के लिए राशियां दी जा रही थी. कुछ हितग्राहियों को यह कहा गया था कि वे शौचालय का निर्माण करा लें, उसके बाद उनकी राशियां उन्हें दें दी जाएंगी. जिसके बाद हितग्राहियों खुद के खर्चे से शौचालय बनवा रहे है, लेकिन किश्तों में जो राशि देने की बात हुई थी. वह राशि नहीं मिल पा रही है, जिससे कई हितग्राहियों के शौचालय अधूरे ही पड़े हुए हैं. वे खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. गांव में कुल 16 हितग्राही ऐसे हैं, जिनका भुगतान नहीं हो पाया है.
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इस संबंध में पंचायत सचिव का कहना है कि पूर्व सरपंच और सचिव ने शौचालय निर्माण के लिए मिली राशियां वापस जिला पंचायत में जमा कर दी गई थी. जिसके बाद से अब राशियां वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही हितग्राहियों को राशियां दे दी जाएंगी. इस पर हितग्राहियों का आरोप है कि पंचायत किसी तरह का कोई प्रयास नहीं कर रही है. जिसकी वजह से उन्हें दिक्कत हो रही है. करीब 1 लाख 19 हजार रुपए वापस जिला पंचायत में जमा कर दिए गए हैं.