बालोदः बीती रात से प्रदेश के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश (torrential rain) देखने को मिल रही है. इसकी वजह से जन-जीवन (public life) अस्त-व्यस्त (Helter Skelter) हो गया है. इतने दिनों के सूखे के बाद बारिश (rain after drought) की झड़ी ने किसानों के चेहरे पर रौनक ला दी है. लेकिन इस बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है.
सुबह लोगों की नींद खुली तो मूसलाधार बारिश शुरु थी और दिन भर यह बारिश जारी (rain continues) रही. जिसके कारण लोग अपने घरों से भी नहीं निकल पा रहे हैं. कुछ स्थानों पर रुक-रुककर बारिश हो रही है. खेत लबालब हो गए हैं. गांव में बाढ़ (flood in village) जैसी स्थिति भी देखने को मिल रही है. कुछ जगहों पर मकानों के ढहने की बात सामने आई है.
गुरूर क्षेत्र के कई गांव का संपर्क टूटा
लगातार हो रही बारिश के कारण सबसे ज्यादा ग्रामीण अंचलों में प्रभाव देखने को मिल रही है. गांव से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जिस में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. गुरु तहसील क्षेत्र के गांव का संपर्क (lost contact) विकासखंड मुख्यालय (Block Headquarters) व जिला मुख्यालय district headquarters से टूट गया है. लोग पानी के उतरने का इंतजार कर रहे हैं. परंतु बारिश बंद होने का नाम नहीं ले रही है. बालोद तहसील की बात करें तो ग्राम पिपरछेड़ी चारवाही ऐसे कुछ गांव है जहां पर लोग कमर भर पानी को पार करने के लिए मजबूर हैं. ऐसी स्थितियां वनांचल क्षेत्र के गांव में भी देखने को मिल रही है.
लोहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना तालाब
डोंडी लोहारा नगर पंचायत क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center) भारी बारिश के चलते तालाब (pond) के रूप में तब्दील नजर आ रहा है. यहां आने-जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना (face difficulties) करना पड़ रहा है. वहीं पानी निकासी (water drainage) को लेकर अब तक किसी प्रकार की कोशिश देखने को नहीं मिल रही है.
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गरीब का ढह गया आशियाना
मूसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर मकान ढहने (house collapse) की बात भी सामने आ रही है. मामला गुंडरदेही ब्लॉक मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर ग्राम खर्रा का है. जहां दो दिनों से हो रही बारिश से मन्नू लाल यादव का घर धराशाही हो गया. मन्नू लाल ने बताया कि उनकी पत्नी सावित्री बाई यादव, बेटी तुलसी यादव और दो बेटे दिनेश यादव व गुलशन यादव मिट्टी के बने कच्चे मकान में वर्षों से निवास कर रहे थे. लगातार बारिश व मकान जर्जर (house dilapidated) होने के कारण आज सुबह 7 बजे अचानक गिर गया.
उन्होंने बताया कि बीते रात्रि में पूरे परिवार सहित इसी मकान में सोए थे. अगर रात्रि में यह मकान गिर जाता तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. जिस वक्त यह मकान धराशाही (house collapse) हुआ उस वक्त घर मे कोई मौजूद नही था. घटना के समय सुबह-सुबह सब अपने गृह कार्य में व्यस्त थे तब बच गए.