बालोदः डौंडीलोहारा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम बीजेभांठा में एक वर्ग विशेष की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने का मामला सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि मामले की शिकायत थाने में किए जाने पर FIR दर्ज न कर वहां से भगा दिया गया.
मामले को लेकर सतनामी समाज के लगभग 5 हजार से भी ज्यादा लोगों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया. प्रशासन की ओर से सकारात्मक कार्रवाई नहीं करने पर समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने की चेतावनी दी है.
जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप
समाज के वरिष्ठ नागरिक निर्मला बंजारे का आरोप है कि ग्राम बीजेभांठा निवासी तेजराम सतनामी को गांव के यादवराम साहू ने प्रताड़ित किया है. दरअसल, पूरा मामला अर्जुंदा थाने क्षेत्र का है, जहां पीड़ित ने आरोपी यादवराम पर अपनी जमीन को बलपूर्वक कब्जा करने और जातिसूचक गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है. डौंडीलोहारा ब्लॉक के समाज के अध्यक्ष धनेश बघेल ने बताया कि पीड़ित के थाने में शिकायत करने पर आरोपी ने उसे और उसके परिवार को जिंदा जलाने की धमकी दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब पीड़ित मामले की शिकायत करने अर्जुंदा थाने पहुंचा, तो वहां शिकायत दर्ज न कर उसे थाने से भगा दिया गया.
भेदभाव का आरोप
समाज का आरोप है कि समाज के लोगों के साथ प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. तेजराम सतनामी का मामला मात्र सतनामी होने की वजह से दबाने की कोशिश की जा रही है.
जिला प्रशासन को चेतावनी
समाज के लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी इस मामले को शिथिल करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें 15 दिन के भीतर निलंबित किया जाए. उन्होंने कहा कि आज हम 5 हजार लोग कलेक्टर से जवाब मांगने आए हैं. जवाब नहीं मिलने पर आगामी समय में समाज के 15 लाख लोग राज्यपाल से मिलेंगे.