बालोद: बालोद के गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम तिलोदा की एक कक्षा नवमी में पढ़ने वाली छात्रा जो कि स्कूल से लौट रही थी. उसकी ट्रैक्टर से दबकर दर्दनाक मौत हो गई. मौत इतनी भयावह थी कि देखने वालों के दिल दहल गए. जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने लाश को सड़क में रखकर चक्काजाम किया और कार्रवाई की मांग करते रहे. प्रशासनिक अधिकारी जिसमें तहसीलदार राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हुए थे. प्रशासन की सहायता राशि देने के बाद चक्का जाम समाप्त किया गया.
चक्कर आने से गिरी छात्रा: पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम तिलोदा निवासी 9वीं क्लास की छात्रा विभा रात्रे स्कूल से छुट्टी के बाद अपने साइकिल से घर जा रही थी. इसी बीच रास्ते पर विभा रात्रे को अचानक चक्कर आ गया. वह गिर गई. इसी बीच पीछे से आ रहे ट्रैक्टर ने उसे कुचल दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. जैसे ही ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी मिली उसके बाद रस्ते पर चक्का जाम कर दिया गया और मुआवजे की मांग की गई.
लगाए जा रहे कई कयास: इस घटना को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. लड़की को चक्कर आने के बाद वह सड़क पर गिरी. उसी मार्ग से आ रहे ट्रैक्टर में दबने से उसकी मृत्यु हो गई. ट्रैक्टर की रफ्तार ज्यादा रही होगी. जिस कारण ट्रैक्टर नियंत्रित नहीं हुआ होगा या फिर ट्रैक्टर और सड़क पर गिरने वाली छात्रा के बीच दूरी काफी कम रही होगी.
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अधिकारियों ने मामला कराया शांत: प्रशासनिक व्यवस्था संभालने गुंडरदेही अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार गोविंद सिन्हा, पटवारी अविनाश ठाकुर एवम थाना प्रभारी के द्वारा समझाइश देखकर तत्काल चक्का जाम हटाया गया और मृतक परिवार को तत्काल 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई. जिसके बाद गुंडरदेही मुख्यालय में पोस्टमार्टम कर शव को परिजन को सौंपा गया.
इस तरह के हादसे की वजह रफ्तार भी है. अगर ट्रैक्टर तेज रफ्तार में नहीं होती या ड्राइवर ने मौके पर सूझ बूझ दिखाई होती तो बच्ची की जान बच सकती थी. दूसरी तरफ गार्जियन को भी बच्चों का ख्याल रखना चाहिए. ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके.