बालोद: मौसम विभाग ने जिले में रेड अलर्ट घोषित किया था, जिससे किसानों में खुशी की लहर थी, लेकिन 12 घंटों से सिर्फ हल्की बारिश होने से कृषि कार्य में तेजी नहीं दिख रही. खेतों में पानी ठहर नहीं रहा, किसानों को खुद ही पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है.
चिंता में हैं किसान
मौसम विभाग की ओर से 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन बारिश प्रभावशाली नजर नहीं आ रही. 12 घंटे गुजर चुके हैं और किसानों की चिंता स्पष्ट नजर आ रही है. जलाशयों में भी जलस्तर की बढ़ोतरी नहीं हो रही. किसानों का कहना है कि हल्की बारिश का कोई फायदा नहीं हुआ. पानी की व्यवस्था खुद ही कर के रोपाई करनी पड़ रही है. वहीं कृषक किशोर पटेल ने बताया कि रेड अलर्ट का खासा प्रभाव नजर नहीं आ रहा केवल लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
पढ़े:तमिलनाडु के किसानों ने अपनी सरकार से कहा, भूपेश बघेल की तरह करें काम
खेतों में नहीं दिख रहा रेड अलर्ट का असर
मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी करने पर लोगों में अच्छी बारिश की उम्मीद थी, जिससे सूखा खत्म हो सके. लेकिन स्थिति यह है कि न खेतों में पानी ठहर रहा न जलाशयों का स्तर बढ़ रहा है. जिन किसानों के पास खुद का बोर है, वही कृषि कार्य कर पा रहे हैं.