ETV Bharat / state

कबीरपंथ के बाद जैन समाज ने भी भूपेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा - मध्यान्ह भोजन

जैन समाज के लोगों ने बच्चों को मध्याह्न भोजन में अंडा परोसने को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

जैन समाज का मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
author img

By

Published : Jul 17, 2019, 10:25 AM IST

Updated : Jul 17, 2019, 11:37 AM IST

बालोद: जिले में कबीरपंथ के बाद अब जैन समाज ने भी मध्याह्न भोजन में अंडा दिए जाने के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में जैन समाज के युवा एवं वरिष्ठजन मंगलवार को विरोध किए. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

वीडियो

समाज के वरिष्ठ नागरिक मांगीलाल जैन ने कहा कहा कि सरकार ने जो फैसला लिया है, वह काफी विचार-विमर्श करने वाला फैसला है, ये मांसाहार नहीं बल्कि राक्षसों का आहार है, जिसे शिक्षा के मंदिर में शामिल कर दिया गया है. सरकार के इस निर्णय को वापस लेने के लिए हम विरोध करेंगे.

पढ़ें: मानसून की बेरुखी से मुरझाए किसानों के चेहरे, खेतों में पड़ने लगी दरार

सड़क पर उतरकर करेंगे विरोध
वहीं समाज के वरिष्ठ नागरिक अमित चोपड़ा ने बताया कि ये सरकार स्कूलों में अंडे परोसकर मांसाहार को बढ़ावा देना चाह रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का ये निर्णय काफी गलत है. इसे वापस लेने की जरूरत है, नहीं तो हम सब एक साथ सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे.

बालोद: जिले में कबीरपंथ के बाद अब जैन समाज ने भी मध्याह्न भोजन में अंडा दिए जाने के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में जैन समाज के युवा एवं वरिष्ठजन मंगलवार को विरोध किए. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

वीडियो

समाज के वरिष्ठ नागरिक मांगीलाल जैन ने कहा कहा कि सरकार ने जो फैसला लिया है, वह काफी विचार-विमर्श करने वाला फैसला है, ये मांसाहार नहीं बल्कि राक्षसों का आहार है, जिसे शिक्षा के मंदिर में शामिल कर दिया गया है. सरकार के इस निर्णय को वापस लेने के लिए हम विरोध करेंगे.

पढ़ें: मानसून की बेरुखी से मुरझाए किसानों के चेहरे, खेतों में पड़ने लगी दरार

सड़क पर उतरकर करेंगे विरोध
वहीं समाज के वरिष्ठ नागरिक अमित चोपड़ा ने बताया कि ये सरकार स्कूलों में अंडे परोसकर मांसाहार को बढ़ावा देना चाह रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का ये निर्णय काफी गलत है. इसे वापस लेने की जरूरत है, नहीं तो हम सब एक साथ सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे.

Intro:बालोद।

एंकर - बालोद जिले में कबीरपंथी समाज के बाद अब जैन समाज में मध्यान भोजन और आंगनबाड़ी में अंडे दिए जाने के विरोध में सामने आया है साथ ही पुरजोर विरोध का अल्टीमेटम भी अपने ज्ञापन के माध्यम से दिया है जैन समाज के युवा एवं वरिष्ठ जन आज विरोध के स्वर लिए जिला मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।


Body:समाज के वरिष्ठ नागरिक मांगीलाल जैन ने बताया कि यह जो फैसला लिया गया है वह काफी गणित करने वाला फैसला है या मांसाहार नहीं बल्कि राक्षसों का आहार कहलाता है जिसे शिक्षा के मंदिर में शामिल कर दिया गया है सरकार का यह निर्णय काफी गलत है इसके लिए हमें जो रास्ता अपनाना पड़े हम अपनाएंगे और विरोध का हर तरीका अपनाते हुए शासन को इस निर्णय वापस लेने के लिए बाध्य करेंगे।

वीओ - समाज के वरिष्ठ नागरिक अमित चोपड़ा ने बताया कि यह सरकार मांसाहार परोस कर मांसाहार को बढ़ावा देना चाह रही है हम सब जैन समाज के लोग शाकाहार को समर्थन देते हैं और शाकाहार अपनाते हैं उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय काफी गलत है इसे वापस लेने की आवश्यकता है हम सब जो अंडे देने का विरोध कर रहे हैं सब एक साथ सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे सरकार को अपनाया फैसला वापस लेना ही पड़ेगा।


Conclusion:जिले में कबीरपंथी के बाद अब जैन समाज भी इस मुहिम में शामिल हो गया है जैन समाज के लोगों का कहना है कि वे इसके विरोध के लिए अंतिम चरण तक जा सकते हैं सरकार को इसे वापस लेना होगा 16 तारीख तक का अल्टीमेटम दिया गया है इसके बाद सभी लोग एक साथ सरकार के खिलाफ विरोध में खड़े होंगे अब तो भाजपा भी उनके समर्थन में आ सकती है चक्काजाम कल एलटीमेंटम कबीरपंथी समाज द्वारा दिया गया था अब जैन समाज ने भी इसे अपनाने की ठान ली है अब देखना है कि सरकार इस पर आगे क्या रुख लेती है।

बाइट - अमित चोपड़ा, वरिष्ठ नागरिक जैन समाज

बाइट - मांगीलाल जैन, वरिष्ठ नागरिक जैन समाज

Last Updated : Jul 17, 2019, 11:37 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.