बालोद: जिले में कबीरपंथ के बाद अब जैन समाज ने भी मध्याह्न भोजन में अंडा दिए जाने के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में जैन समाज के युवा एवं वरिष्ठजन मंगलवार को विरोध किए. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
समाज के वरिष्ठ नागरिक मांगीलाल जैन ने कहा कहा कि सरकार ने जो फैसला लिया है, वह काफी विचार-विमर्श करने वाला फैसला है, ये मांसाहार नहीं बल्कि राक्षसों का आहार है, जिसे शिक्षा के मंदिर में शामिल कर दिया गया है. सरकार के इस निर्णय को वापस लेने के लिए हम विरोध करेंगे.
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सड़क पर उतरकर करेंगे विरोध
वहीं समाज के वरिष्ठ नागरिक अमित चोपड़ा ने बताया कि ये सरकार स्कूलों में अंडे परोसकर मांसाहार को बढ़ावा देना चाह रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का ये निर्णय काफी गलत है. इसे वापस लेने की जरूरत है, नहीं तो हम सब एक साथ सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे.