बालोद: दल्ली राजहरा के संयुक्त कार्यालय परिसर में फैली पड़ी गंदगी लोगों के लिए भले ही नासूर बनती जा रही हो, लेकिन अधिकारियों को गंदगी से कोई लेना-देना ही नहीं है. गंदगी के कारण दुर्गंध उड़ रही है, जिससे परिसर में खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा है. शौचालयों की दशा बदतर है. दल्ली राजहरा के वार्ड क्रमांक-22 में स्थित यह बिल्डिंग बीएसपी की है, लेकिन इस बिल्डिंग में सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय, व्यव्हार न्यायालय, उप तहसील कार्यालय, राजस्व निरीक्षक कार्यालय, उप कोषालय और लोक सेवा केंद्र स्थित है. इन दफ्तरों में रोजाना दूर दराज गांव से ग्रामीणों का आना होता है.
जेडई आफिस में शौचालयों और वॉशरूम में कई महीनों से सफाई ही नहीं कराई गई है. शौचालयों के पास जाना दुभर हो रहा है. जगह-जगह गंदे कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. भयंकर गंदगी पटी पड़ी है. महिलाओं को यहां सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां के अधिकारियों को न तो जनता से कोई मतलब है और न ही कोर्ट परिसर में बैठने वाले वकीलों से. वकीलों ने पहले भी कई बार परिसर में फैली पड़ी गंदगी के विरोध में शिकायत भी की लेकिन नतीजा कुछ न मिल सका.
संयुक्त कार्यालय में गंदगी का आलम
परिसर में पैर रखते ही गेट के बाजू सुअरों का दल आराम करते मिल जाता है. जगह-जगह पान और गुटखे की पीच और कूड़े पड़े हुए है. बिल्डिंग की खिड़कियाें के शीशे टूटे हुए हैं. दफ्तर के अंदर पार्किंग व्यवस्था का भी बुरा हाल है. परिसर के बाहर आसपास के बेतरतीब चार और दो पहिया वाहन हमेशा खड़े रहते हैं.
जेडई आफिस स्थित संयुक्त कार्यालय परिसर में पानी की पाइप लाइन फुट जाने के कारण परिसर में कीचड़ जमा हो गया है. इस वजह से लोगों को यहां बहुत परेशानी हो रही है. इतनी परेशानियों को देखने के बाद भी अधिकारियों ने इस ऑफिस के स्थिति की सुध नहीं ली है.
स्वच्छता को लेकर गंभीर हैं मुख्यमंत्री, फिर भी लापरवाही !
वार्ड क्रमांक-22 नगर पालिका अध्यक्ष का वार्ड है, इसके बावजूद यहां मौजूद सरकारी कार्यालय में गंदगी का आलम है. प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वच्छता को लेकर बेहद गंभीर हैं. राज्य के सभी जिलों में स्वच्छता रैलियां निकाली जा रही है. जागरूकता के लिए गोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं, ताकि लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें. इस कार्यालय परिसर में व्यव्हार न्यायधीश, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित सभी अधिकारी बैठते हैं, जिनके कंधों पर पूरे क्षेत्र की जिम्मेदारी है. ऐसे में उनके ही कार्यालय में गंदगी की सफाई न हो पाना कहीं न कहीं प्रशासन की अनदेखी उजागर हो रही है.