बालोद: बालोद के ग्राम निपानी स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा में आज लगभग 50 की संख्या में किसानों ने धरना दिया है. किसानों का आरोप है कि पहले तो यहां पर उनके राशि को गबन किया गया, फर्जी एंट्रियां पासबुक में दिखाई गई. अब जब उनका खाता खाली हो गया है, तो पैसे देने में आनाकानी की जा रही है. किसानों ने बताया कि "623 में से लगभग 541 किसानों का पैसा वापस किया गया है. परंतु हम जब पैसा मांगते हैं, तो बैंक वाले कोई भी उचित जवाब नहीं दे रहे हैं."
82 आवेदन की जांच जारी: आपको बता दें कि, शाखा प्रबंधक हेमू राम देवांगन का कहना है कि "जिन किसानों के आवेदनों की जांच जारी है, वे सभी 79 किसानों में से ही हैं. दरअसल इन किसानों ने बैंक में अपना पैसा जमा कराया था. लेकिन पहले में कुछ कर्मचारियों द्वारा करोड़ों रुपए का गबन यहां से किया गया था, जो कि अब कानून के दायरे में हैं. उन्हें जेल हुआ और अब वह जमानत पर भी हैं."
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623 किसानों का आवेदन मिला: जिला सहकारी केंद्रीय बैंक निपानी शाखा में लगभग 623 किसानों का गबन संबंधी आवेदन प्राप्त हुआ था. बैंक से जानकारी मिली थी कि 541 किसानों के 5 करोड़ 70 लाख रूपये वापस किये गए हैं. यह राशि बैंक के द्वारा वापस किया गया है. आगे रकम वापस करने की प्रक्रिया चल ही रही है. बैंक के बाहर बैठकर किसान जमकर नारेबाजी कर रहे हैं और अपने पैसे की मांग कर रहे हैं.
संबंधित आरोपी पर हुई कार्रवाई : बैंक में इतनी बड़ी गड़बड़ी से जिले के आला अधिकारी भी चिंतित थे. किसानों के हंगामे और प्रदर्शन के चलते अधिकारियों पर दबाव बढ़ गया. जिसके बाद पहले कैशियर अजय भेड़िया और क्लर्क दौलत ठाकुर को निलंबित किया गया. बैंक प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी और एक प्यून को भी सस्पेंड कर दिया गया है. मामले के आरोपी सस्पेंडेड है और आगे कार्रवाई की भी जा रही है.