बालोद: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में अर्जुंदा थाना पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है. साइबर सेल टीम और अर्जुंदा पुलिस ने 22 दिनों तक कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी विकास कुमार यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपी से घटना में इस्तेमाल चाकू और डंडा भी जब्त किया गया है. पुलिस ने दुर्ग, बालोद और थाना अर्जुंदा क्षेत्र के करीबन 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला था. दरअसल 37 वर्षीय महिला की हत्या हुई थी. जिसका नाम संध्या राजपूत था. युवक से महिला की 2 साल से अवैध संबंध था. वह 20 वर्षीय युवक पर अपने घर आने का दबाव बनाती थी. जिसके बाद परेशान होकर युवक ने उस महिला की हत्या कर दी.
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थाना प्रभारी की सक्रियता: पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने कुछ दिन पहले ही अर्जुंदा थाना प्रभारी के रूप में शिशिर पांडे को नियुक्त किया था. उन्होंने एक विशेष टीम का गठन भी किया था. थाना प्रभारी की सक्रियता और पूरे साइबर सेल की मदद से 22 दिनों तक कड़ी मेहनत के बाद अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया गया है. पुलिस विभाग टीम सहित आम जनता ने शिशिर पांडे को इसके लिए बधाई दी है.
भालू कोन्हा में हुई थी हत्या: मामला कुछ इस तरह है कि 29 जुलाई 2022 को ग्राम भालूकोन्हा में संध्या राजपूत की छत पर लाश मिली थी और आसपास खून के गहरे निशान थे. आरोपी ने पहले उसे डंडे से मारा और उसके बाद उसकी गला रेती गई. पुलिस यहां वहां भटकती रही लेकिन असली आरोपी उसके पड़ोस में ही छुपा हुआ था.
घर पर आने का बनाती थी दबाव: आरोपी विकास यादव के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ ही जांच पड़ताल शुरू किया गया. उस महिला के घर गांव के ही युवक का उठना बैठना था. जिसका नाम विकास कुमार यादव (20) है और 2 वर्षों से इनके बीच दोस्ती थी. लेकिन अकेली महिला बार-बार इस युवक पर अपने घर आने का दबाव बनाती थी. जिससे यह युवक परेशान हो गया था. उसने उस महिला की हत्या कर दी. पहले डंडे से सिर पर वार किया और जब महिला गिर गई तो उसकी गले पर सब्जी काटने वाले चाकू से रेत डाला.