बालोद: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए किसान कानून के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने राजधानी रायपुर में पैदल मार्च निकाला. इस मार्च में जिले के तीनों विधायक शामिल हुए. मंत्री अनिला भेड़िया, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद सहित संजरी बालोद विधायक संगीता सिन्हा भी मौजूद रहीं. बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि यह एक काला कानून है. किसानों से उनके अधिकार छीनने की रणनीति है और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है, जिसके विरोध में हम सब राजभवन तक पैदल मार्च करने जा रहे हैं. साथ ही अन्य मंत्री-विधायक भी इस पैदल मार्च में शामिल हो रहे.
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पैदल मार्च में शामिल हुए गुंडरदेही विधायक और संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर हम सभी इस पैदल मार्च में शामिल हुए हैं. उन्होंने आगे कहा कि किसानों से उनका अधिकार छीना जा रहा है और हम सब चुप नहीं बैठेंगे. केंद्र की मोदी सरकार किसानों और मजदूरों को समाप्त करना चाहती है. नए कृषि कानून से किसानों के सामने संकट आने वाला है. किसान मंडी में उपज बेचकर सुरक्षित महसूस करता था, लेकिन अब मंडियां निजी हाथों में चली जाएंगी. इसके साथ ही आवश्यक वस्तु अधिनियम में बदलाव किए जाने से कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा.
ब्लॉक और जिला स्तर पर भी होगा विरोध
बता दें, संसद में पास किए गए कृषि कानून का देश भर में विरोध-प्रर्दशन हो रहा है. खासतौर पर किसान और कांग्रेस इसका विरोध कर रहे हैं. इस कानून को काला कानून और किसान विरोधी बताया जा रहा है. इसलिए बालोद जिले के तीनों विधायक भी इस पैदल मार्च में शामिल हुए हैं. विधायकों ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लॉक और जिला स्तर पर भी इसका विरोध जल्द ही किया जाएगा. एक गांव से राजधानी तक इस बिल का विरोध होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है और यहां किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.