बालोद: प्रशासन के गलत फैसले के खिलाफ जिला मितानिन संघ ने मोर्चा खोला है. कई मितानिनें मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पद को व्यवस्थित करने की मांग को लेकर जिला अस्पताल पहुंची थीं. उन्होंने अपनी मांग को लेकर प्रशासन के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है. जिला मितानिन संघ की अध्यक्ष मीना डोंगरे ने बताया कि एसएस देवदास को स्वास्थ्य विभाग में निश्चेतना अधिकारी के पद पर पदस्थ किया गया है. उन्हें सिविल सर्जन का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है, जो परेशानी की असली वजह है.
दरअसल प्रभार अधिक होने के कारण गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. समय पर गर्भवती का इलाज संभव नहीं हो पा रहा है. मितानिन संघ की जिलाध्यक्ष मीना डोंगरे ने बताया कि यहां पर अधिकारियों के पद व्यवस्थित ना होने के कारण कई सारी दिक्कतों का सामना मितानिनों को करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि हम सब सीधे ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े होते हैं. जिला अस्पताल के कार्यों में तेजी आए, इसके लिए अधिकारियों का पद व्यवस्थित होना जरूरी है.
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सिजेरियन डिलीवरी करने वाले डॉक्टर का ट्रांसफर रोकने की मांग
बालोद जिला मितानिन संघ ने डॉक्टर अरविंद बनकर का स्थानांतरण रोकने की मांग की है. इनका कहना है कि डॉक्टर अरविंद बनकर यहां रोजाना 8 से 10 सीजेरियन डिलीवरी कराते हैं, ऐसे में इनके स्थानांतरण से जिला अस्पताल के हालातों पर असर पड़ेगा. आम लोगों और अस्पताल दोनों को इससे हानि होगी.