बालोद: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में धर्मांतरण मुद्दे बलवा के विषय को लेकर वरिष्ठ नागरिक राधेश्याम जल क्षत्रिय ने कहा कि "यहां पर नारायणपुर में शांतिपूर्ण ढंग से बैठक हो रही थी. जिसे कुछ असामाजिक तत्वों ने बिगाड़ा है. लेकिन सीधे-साधे लोगों के ऊपर रासुका लगा कर वहां पर कार्रवाई की जा रही है. जो असल दोषी हैं वह फरार हैं. यहां पर सरकार की नीति और नियत भी सही नहीं है. बालोद जैसे शहरों में भी आज धर्मांतरण कराने वाले लोग थैली लेकर घूम रहे हैं. बस्तर में आज चर्च का उद्घाटन होता है और वहां पर सरकार के मंत्री भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं."
"संस्कार को रखना है जीवित": सर्व हिंदू सनातन पंचायत किस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि "छत्तीसगढ़ी समाज के सभी लोग इन दिनों धर्मांतरण के कुचक्र में फंसते जा रहे हैं. जैसे साहू कुर्मी आदिवासी निषाद सहित अन्य समाज भी है. यहां पर जगह-जगह पास्टर घूम रहे हैं. उनका लक्ष्य होता है छोटी-छोटी बस्तियां जहां पर लोगों की जरूरत है. ऐसे जगहों पर जाकर वे अपना जादू चलाते हैं. लोगों को धर्मंतरित कर रहे हैं. आज हमें इसके खिलाफ ठोस लड़ाई लड़ना है और छत्तीसगढ़ में सरकार को भी इसे लेकर सकारात्मक पहल रखना की जरूरत है."
"छत्तीसगढ़ी समाज फंस रहे कुचक्र में": इस आंदोलन में शामिल हुए अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में हिंदू संस्कृति रीति रिवाज छत्तीसगढ़ की परंपरा को जीवित रखने के लिए धर्मांतरण को रोकना बेहद अनिवार्य है. छोटे-छोटे यहां पर समाज हैं, परिवार हैं, जो खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं. आज बाहर से आए हुए लोग यहां पर धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं."