बालोद: जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल में इलाज करा रही एक युवती को गलत खून चढ़ा दिया गया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. वहीं डॉक्टर उल्टा युवती के परिजन पर गलत जानकारी देने का आरोप लगा रहे हैं. जबकि युवती को ब्लड मुहैया कराने वाले ग्रुप का कहना है कि, युवती को हमेशा से ओ पॉजिटिव ब्लड चढ़ाया जाता है. साथ ही ब्लड चढ़ाने के पहले भी इसकी जांच की जाती है. युवती की तबीयत बिगड़ने के बाद अब डॉक्टर 24 घंटे तक उसकी तबीयत को मॉनिटर करने की बात कह रहे हैं.
परिजन ने बताया कि पीरियड के वक्त ज्यादा ब्लड निकल जाने से युवती को समय-समय पर खून की जरूरत पड़ती है. इसमें लोहारा का डीबी ग्रुप (ब्लड डोनेट ग्रुप) युवती के लिए खून की व्यवस्था करता है. इस बार भी युवती के लिए खून की व्यवस्था की गई थी. लेकिन प्रबंधन की लापरवाही के चलते युवती को गलत ब्लड चढ़ा दिया गया, जबकि ब्लड चढ़ाने के पहले मरीज के खून और उसे चढ़ाए जाने वाले खून की जांच की जाती है. लेकिन इसके बावजूद गलत ब्लड चढ़ाया गया.
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डॉक्टरों का पीड़ित के परिजन पर आरोप
जानकारी के मुताबिक युवती को शनिवार से अस्तपताल में भर्ती किया गया था, इस बीच कई बार ब्लड बैंक बंद होने के कारण खून की व्यवस्था नहीं हो पाई. मंगलवार को युवती के लिए खून की व्यवस्था की गई, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही से उसे गलत खून चढ़ा दिया गया. खून चढ़ाने के बाद युवती की हालत बिगड़ने लगी. मामले की जानकारी डॉक्टरों को दी गई, जिसके बाद डॉक्डरों ने उल्टा परिजनों पर ही गलत जानकारी देने का आरोप लगाया. परिजन का आरोप है कि, डॉक्टरों ने उनसे बदसलूकी भी की . मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.