बालोद: कांग्रेस की तरफ से जिला पंचायत के सदस्य पद के लिए एक क्षेत्र से दो प्रत्याशी उतारने का मामला सामने आया है. एक तरफ जहां जिला कांग्रेस कमेटी ने आधिकारिक सूची जारी कर दी थी. वहीं दूसरी तरफ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने भी उसी क्षेत्र से प्रत्याशी की सूची जारी कर दी. वहीं दोनों अपनी-अपनी बात पर डटे हुए हैं.
जिला कांग्रेस कमेटी का कहना है कि हम हर तरह के फैसले लेने के लिए सक्षम हैं. यह जिला का मामला है. वहीं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि जिला अध्यक्ष ने फैसला लेने के पहले एक बार भी राय-मशवरा नहीं किया.
दरअसल जिला कांग्रेस कमेटी ने क्षेत्र क्रमांक 1 और 3 से जो सूची जारी की है. उसमें क्षेत्र क्रमांक 1 से सोना देवी और क्षेत्र क्रमांक 3 से संतोष निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है. लेकिन इससे असंतुष्ट होकर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश साहू ने क्षेत्र क्रमांक 1 से ज्ञानेश्वरी कोसरिया को अधिकृत प्रत्याशी बताया है.
बता दें कि क्षेत्र क्रमांक 1 इसलिए भी अहम हो जाता है. क्योंकि बालोद जिला पंचायत को अनुसूचित जाति आरक्षण प्राप्त है. जो कि पूरे 14 सीटों में सिर्फ क्षेत्र क्रमांक 1 में है. जिससे दोनों पार्टियों की निगाहें इसी ओर हैं. ऐसे में एक पार्टी क्षेत्र क्रमांक 1 पर ही अपना सामंजस्य नहीं बिठा पा रही है. जिसके कारण आने वाले दिनों में समस्या खड़ी हो सकती है.
कांग्रेस कमेटी ने जिला कांग्रेस कमेटी पर विश्वास में न लिए जाने का आरोप लगाया है. साथ ही यह भी कहा कि जिस प्रत्याशी को कांग्रेस ने अधिकृत किया है. वह पहले कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ चुके हैं और उन्होंने हमारे प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाया था. वह कांग्रेस से अधिकृत होने के लायक नहीं है. हम सब उनसे असंतुष्ट हैं. हम से राय-मशवरा करना चाहिए था.
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पूरे मामले में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृष्णा दुबे का कहना है कि 'ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने जो कृत्य किया गया है. वह अनुशासनहीनता है जिसके तहत प्रदेश में इसकी जानकारी देकर कार्रवाई की जाएगी'. वहीं उन्होंने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी सभी फैसले लेने के लिए सक्षम है. यह जिले का मामला है. जिले से नाम तय किया गया है. सभी से राय-मशवरा लिया गया है.इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.