नक्सलियों की दहशत में बस्तर से कई आदिवासी परिवार सलवा जुडूम के शुरुआत के दौरान बस्तर छोड़ कर तेलंगाना में बस गए थे, ये ग्रामीण अब वापस तो आना चाहते हैं लेकिन नक्सलियों की दहशत इनके मन मे अभी भी है. बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे के साथ ही यहां का माहौल शांत हो सकता है, जिसको लेकर युवाओ ने एक शांति संदेश देने के लिए साइकिल यात्रा निकाली है.
इस यात्रा को नक्सलियों की धमकी भी मिली थी, लेकिन ये यात्रा अब अपनी मंजिल के बहुत करीब पहुंच चुकी है. इस यात्रा में तेलंगाना में जाकर बस चुके बस्तर के कई आदिवासी परिवार के युवा भी शामिल हुए हैं.
यात्रा में शामिल वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी शुभ्रांशु चौधरी बताते हैं कि 2001 में कई आदिवासी परिवार सलवा जुडूम के कारण नक्सलियों की दहशत से गांव छोड़कर भाग गए थे अब वो वापस तो आना चाहते है, लेकिन ये बात भी वो खुलकर नहीं बोल पाते क्योंकि उनके मन में आज भी नक्सलियों की दहशत बरकरार है. इसीलिए वो इस शांति रैली के जरिए बस्तर में शांति का संदेश लेकर निकले हैं.