बालोद: बालोद में 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू (Children vaccination begins in balod) हो गया है. बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए ये अभियान शुरू किया गया है. 15-18 साल की उम्र के बच्चे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. कई टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने के लिए लंबी लाइन लगी है. वहीं, बालोद जिले के विद्यालयों में भी वृहद अभियान चलाया जा रहा है. बच्चों को पूरी सुविधा दी जा रही है और इससे सौ फिसदी वैक्सीनेशन के आंकड़े को पार कर लिया जाएगा. बच्चों को स्कूल में कोरोना का टीका लगााया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: बचपन का प्यार फेम सहदेव की सेहत सुधरी, जल्द बादशाह के साथ शुरू करेंगे काम
पूरे प्रदेश में तीन जनवरी से लगातार 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग वालों को टीका लगाया जा रहा है. जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं कोरोना का टीका लगवा रहे हैं. पूरे जिले में सबसे ज्यादा उत्साह बालोद विकासखंड में देखने को मिल रहा है. यहां पर वैक्सीनेशन का दर 80 फीसदी तक पहुंच चुका है.
कोरोना वैक्सीनेशन में उत्साह से शामिल हो रहे विद्यार्थी
विकाखंड | लक्ष्य | कवरेज | उपलब्धि |
बालोद | 8,239 | 6,552 | 80% |
डोंडी | 8,534 | 5,829 | 68% |
डोंडीलोहरा | 8,534 | 8,981 | 68% |
गुण्डरदेही | 12,826 | 7,730 | 60% |
गुरुर | 8,805 | 6,242 | 71 % |
कुल योग | 50,533 | 35,344 | 70% |
वैक्सीनेशन के बाद बच्चों की एक घंटे तक होती है निगरानी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 15-18 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित सभी नियमों का पालन करना होगा. टीकाकरण के प्रभाव को देखने के लिए किशोरों को आधे घंटे तक निगरानी में रखा जा रहा है. बता दें कि अभी तक किसी भी बच्चे से विपरीत शारीरिक समस्या जैसी बातें सामने नहीं आई है.भारत बायोटेक की को-वैक्सीन के दो खुराकों के बीच केवल 28 दिनों का अंतराल रहेगा. हालांकि को-वैक्सीन की दूसरी डोज वयस्कों को भी 28 दिनों के बाद हीं दी जा रही है.