बालोद: छत्तीसगढ़ सरकार क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में प्रवासी लोगों के मूलभूत सुविधाओं के साथ ही शारीरिक और बौद्धिक विकास पर ध्यान दे रही है. इसी के तहत क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में अपने माता-पिता के साथ ठहरे बच्चों को खेल सामग्रियां उपलब्ध कराई जा रही है. इसके साथ ही महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्यगत जरूरतों को ध्यान में रखकर गरिमा किट भी दिए जा रहे हैं.
जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में बाल विकास विभाग बच्चों को ड्राईंग शीट और अलग-अलग गतिविधियों से संबंधित खेल सामग्री उपलब्ध करा रही है. इससे बच्चों में रचनात्मक और कलात्मक विकास के साथ ही उनका समय भी खेल-खेल में उत्साहपूर्वक व्यतीत होगा. खेल सामाग्री मिलने से बच्चे और उनके माता-पिता बहुत खुश हैं. बच्चे अपनी रूचि के अनुसार अलग-अलग ड्राईंग बना रहे हैं. इससे बच्चों के चेहरों पर खुशी देखने को मिल रही है.
बच्चों को खेल सामग्री उपलब्ध कराने पर शासन का जताया आभार
शासन-प्रशासन की इस पहल पर बच्चों के माता-पिता ने आभार व्यक्त किया है.क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहीं 341 महिलाओं और किशोरियों को भी उनके स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वच्छता के लिए गरिमा किट प्रदान किया गया है. गरिमा किट में सेनेटरी नैपकिन और डिस्पोजल पेपर बैग जैसी स्वच्छता सामग्री रखी गई है. इसके साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहरे प्रवासी व्यक्तियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए विशेष प्रबंध भी किए गए हैं.
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कलेक्टर क्वॉरेंटाइन सेंटरों की लगातार करते हैं निरीक्षण
कलेक्टर भी क्वारंटाइन सेंटर में मूलभूत सुविधाओं के व्यवस्था की लगातार जानकारी ले रहे हैं. स्कूल के शिक्षक शत्रुघ्न शाह ने बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में उनकी ड्यूटी लगी है. वे प्रतिदिन तीन समय आकर बाहर से ही प्रवासियों के संबंध में जानकारी लेते हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल में पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगे होने से ये परिसर सुरक्षित भी है. महिलाओं, किशोरियों सहित सभी प्रवासी लोगों ने क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं और उनका ध्यान रखने के लिए शासन का आभार प्रकट किया है.