बालोद: राजनैतिक दलों के साथ प्रशासन भी चुनावी तैयारियों में जुट गया है. बालोद जिले के ग्राम झलमला से लगे पाकुरभाट को स्ट्रांग रूम में तब्दील किया जा रहा है. लगभग 1500 की संख्या में ईवीएम मशीन पहुंच चुकी है, जिसके बाद फर्स्ट लेवल चेकिंग (एफएलसी) शुरू कर दी गई है. एफएलसी 27 जून तक चलेगा. पारदर्शिता के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी फर्स्ट लेवल चेकिंग देखने के लिए पहुंच रहे हैं. बालोद कलेक्टर कुलदीप शर्मा एवं एसपी डॉक्टर जितेंद्र यादव लगातार ईवीएम मशीनों के निगरानी कर रहे हैं.
1500 वोटिंग मशीन जून तक चलेगी जांच: बालोद कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बताया कि "छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव के पहले की तैयारी जारी है. ताकि चुनाव के समय किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो और मशीनों में खराबी न आए. स्ट्रांग रूम में लगभग 1500 ईवीएम रखे गये हैं. सभी वीवीपैड और ईवीएम की जांच की जा रही है. खराब मशीनों को अलग किया जा रहा है. जांच की यह प्रक्रिया 27 जून तक चलेगी."
"एफएलसी केंद्र में अनाधिकृत व्यक्ति को किसी भी स्थिति में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. प्रवेश के लिए पहचान पत्र जारी किया जा रही है. प्रवेश के लिए अधिकृत व्यक्तियों को पहचान पत्र जारी करने के बाद ही वेयर हाउस में प्रवेश दिया जाएगा." - कुलदीप शर्मा, कलेक्टर, बालोद
राजनीतिक दलों की बैठक: कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों केल साथ बैठक की है. इसके साथ ही निर्वाचन आयोग द्वारा स्ट्रांग रूम बनाए गए कमरों की खिड़कियों को ईंट से पैक किया जा रहा है. निर्वाचन आयोग ने मशीनों की सुरक्षा बढ़ाई है. यहां पुलिस कर्मी 24 घंटे परिसर की निगरानी कर रहे हैं. वहीं एफएलसी फर्स्ट लेवल चेकिंग में भी राजनीतिक दलों को शामिल किया जा रहा है. मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रतिनिधि वहां पहुंच रहे हैं.
लाइव वेबकास्टिंग से होगी निगरानी: लाइव वेबकास्टिंग सुरक्षा को देखते हुए लाइव वेबकास्टिंग चल रही है, जिसका सीधा कनेक्शन सीईओ छत्तीसगढ़ के पास है. वहीं स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे इत्यादि भी इंस्टॉल किए जा रहे हैं. मशीनों की जांच के लिए हैदराबाद से इंजीनियर भी पहुंचे हुए हैं. दूसरी खेप में भी कुछ मशीन मिली हैं, जिसको लेकर भी जांच जारी है.