बालोद: स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है. कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बालोद विकासखण्ड के ग्राम टेकापार के स्कूल परिसर में पहुंचकर जाति प्रमाण बनाने के काम का जायजा लिया. कलेक्टर ने बताया कि ''बालोद जिले में वर्तमान में कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक के शत प्रतिशत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम जारी है.''
अधिकारी युद्ध स्तर पर जुटे: जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए स्कूलों में शिविर लगाया जा रहा है. राजस्व एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा रोस्टर निर्धारित कर यह शिविर लगाया जा रहा है. शिविर में विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है. कलेक्टर ने टेकापार स्कूल परिसर शिविर में पहुंचकर इस संबंध में जानकारी ली. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि "आप सभी यह सुनिश्चित करें, कोई भी बच्चा कागजात बनाने से वंचित न रह जाए." उन्होंने गांव के आंगनबाड़ी केन्द्रों के सभी बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए.
सरपंचों और जनप्रतिनिधियों से लिया फीडबैक: कलेक्टर ने जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए लगाए जा रहे शिविर को लेकर लोगों से जानकारी ली. उन्होंने सरपंचों के साथ ही जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया.
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पहले दफ्तरों में पड़ता था भटकना: ग्रामीणों ने बताया कि "पहले बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए तहसील कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था. इसके अलावा जाति प्रमाण पत्र बनाने में बहुत समय भी लगता था. लेकिन गांव के स्कूलों में शिविर लगाकर जाति प्रमाण पत्र देना शासन का अत्यंत संवेदनशील और महत्वपूर्ण कदम है."
लाइफटाइम के लिए बनेगा जाति प्रमाण पत्र: कलेक्टर ने बताया कि "स्थाई जाति प्रमाण पत्र की मान्यता लाइफटाइम के लिए होगी. यह एक तरह से स्थाई रिकॉर्ड है. बार बार जाति प्रमाण जारी किये जाने की आवश्यकता नहीं है. जाति प्रमाण पत्र खो जाने पर अधिकारी इसका डुप्लीकेट भी जारी कर सकेंगे."