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शराब दुकान खोलने का विरोध, बीजेपी नेताओं ने अपने-अपने घरों के बाहर दिया धरना - Outstanding bonus

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शराब दुकानों को खोलने के खिलाफ धरना दिया. भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार भी अपने घर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं, साथ ही पार्टी कार्यालय के सामने भी कुछ कार्यकर्ता धरने पर हैं.

protest on prohibition of alcohol
शराब दुकान खोलने का विरोध
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Published : May 12, 2020, 6:54 PM IST

Updated : May 12, 2020, 9:31 PM IST

बालोद: भूपेश सरकार ने जब से शराब दुकानों को खोलने की अनुमति दी है, बीजेपी इसका विरोध कर रही है. बीजेपी लॉकडाउन के दौरान शराब दुकान खोले जाने का विरोध कर रही है, हालांकि शराब दुकानों को खोलने की परमिशन केंद्र सरकार ने ही दी थी. बहरहाल शराब दुकानों को खोले जाने के विरोध में बालोद में बीजेपी नेता-कार्यकर्ता घरों के अंदर या फिर सुविधानुसार आंगन में बैठकर धरना दे रहे हैं.

शराब दुकान खोलने का विरोध

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार खुद अपने घर में धरने पर बैठे हुए हैं, साथ ही पार्टी कार्यालय के समक्ष कुछ कार्यकर्ता भी धरने पर हैं. भाजपा के जिलाध्यक्ष, पूर्व मंडल अध्यक्ष, वरिष्ठ नेता सभी अपने-अपने स्तर पर धरना दे रहे हैं. कृष्णकांत पवार ने कहा कि गंगाजल हाथ में लेकर सौगंध खाने वाली कांग्रेस सरकार आज इसका अपमान कर रही है. भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के घोषणापत्र का सम्मान करते हैं, कांग्रेस को भी उनके घोषणापत्र का सम्मान करना चाहिए और पूर्ण शराबबंदी करनी चाहिए. यह बेहतर मौका था शराबबंदी करने का, लेकिन कांग्रेस ने इस मौके को फायदे के रूप में लिया और फिर से शराब दुकानों को खोल दिया है.

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कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना

भाजपा जिला अध्यक्ष ने बताया कि अभी पूरे देश में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, ऐसे में भूपेश बघेल की सरकार को जो सुविधाएं मजदूरों को देनी चाहिए, वह सुविधा नहीं दे रही है. बाहर से आने वाले मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है, लेकिन सरकार उन्हें राशन उपलब्ध नहीं करा रही है. उन्होंने कहा कि इस धरने के माध्यम से बघेल सरकार की आंखें खोलने का प्रयास किया गया है. उन्होंने बताया कि जिन घोषणा पत्र के आधार पर सरकार सत्ता पर काबिज है, उसके वादे को उन्हें निभाना चाहिए और शराबबंदी करनी चाहिए. साथ ही 2 साल का जो बकाया बोनस है, उसे भी सरकार को किसानों को देना चाहिए, ताकि इस कठिन समय में लोगों को राहत मिल सके.

बालोद: भूपेश सरकार ने जब से शराब दुकानों को खोलने की अनुमति दी है, बीजेपी इसका विरोध कर रही है. बीजेपी लॉकडाउन के दौरान शराब दुकान खोले जाने का विरोध कर रही है, हालांकि शराब दुकानों को खोलने की परमिशन केंद्र सरकार ने ही दी थी. बहरहाल शराब दुकानों को खोले जाने के विरोध में बालोद में बीजेपी नेता-कार्यकर्ता घरों के अंदर या फिर सुविधानुसार आंगन में बैठकर धरना दे रहे हैं.

शराब दुकान खोलने का विरोध

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार खुद अपने घर में धरने पर बैठे हुए हैं, साथ ही पार्टी कार्यालय के समक्ष कुछ कार्यकर्ता भी धरने पर हैं. भाजपा के जिलाध्यक्ष, पूर्व मंडल अध्यक्ष, वरिष्ठ नेता सभी अपने-अपने स्तर पर धरना दे रहे हैं. कृष्णकांत पवार ने कहा कि गंगाजल हाथ में लेकर सौगंध खाने वाली कांग्रेस सरकार आज इसका अपमान कर रही है. भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के घोषणापत्र का सम्मान करते हैं, कांग्रेस को भी उनके घोषणापत्र का सम्मान करना चाहिए और पूर्ण शराबबंदी करनी चाहिए. यह बेहतर मौका था शराबबंदी करने का, लेकिन कांग्रेस ने इस मौके को फायदे के रूप में लिया और फिर से शराब दुकानों को खोल दिया है.

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कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना

भाजपा जिला अध्यक्ष ने बताया कि अभी पूरे देश में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, ऐसे में भूपेश बघेल की सरकार को जो सुविधाएं मजदूरों को देनी चाहिए, वह सुविधा नहीं दे रही है. बाहर से आने वाले मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है, लेकिन सरकार उन्हें राशन उपलब्ध नहीं करा रही है. उन्होंने कहा कि इस धरने के माध्यम से बघेल सरकार की आंखें खोलने का प्रयास किया गया है. उन्होंने बताया कि जिन घोषणा पत्र के आधार पर सरकार सत्ता पर काबिज है, उसके वादे को उन्हें निभाना चाहिए और शराबबंदी करनी चाहिए. साथ ही 2 साल का जो बकाया बोनस है, उसे भी सरकार को किसानों को देना चाहिए, ताकि इस कठिन समय में लोगों को राहत मिल सके.

Last Updated : May 12, 2020, 9:31 PM IST
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