बालोद: रायपुर के धर्म संसद में महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बालोद पहुंचे. भूपेश बघेल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में विवादित बयान को लेकर खासे नाराज दिखे. छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले बाबा कालीचरण, सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे और उसके समर्थन के खिलाफ कार्रवाई को असहिष्णु बताने वाले बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल पर तीखा हमला बोला. सीएम ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं बीजेपी वाले क्या 'गोडसे मुर्दाबाद' के नारे लगा सकते हैं.
विधि सम्मत हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा कि यह कार्रवाई विधि सम्मl हुई है. मैं बीजेपी के लोगों से पूछना चाहता हूं क्या वह 'गोडसे मुर्दाबाद' के नारे लगा सकते हैं. नहीं लगा सकते. इनके दिलों में वही निवास करते हैं. यह शोषण के समर्थक लोग हैं. सीएम ने कहा कि बाबा कालीचरण के द्वारा जब राष्ट्रपिता के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की तो बीजेपी के किसी भी नेता का बयान अभी तक सामने नहीं आया है.
खाली हो गए हैं रमन सिंह!
रमन सिंह (Raman Singh) पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि रमन सिंह अब खाली हो चुके हैं. इसलिए उनके पास कोई काम धाम नहीं है. 15 साल मुख्यमंत्री थे तो अब उनका मन कहीं ना कहीं यंत्र तंत्र में लगा रहता है. इसलिए वह दूसरों की चिंता ज्यादा करते हैं. मुझे किसी बात की कोई चिंता नहीं है. रमन सिंह खुद चिंता में हैं. इसीलिए उनको हर तरफ चिंता ही नजर आती हैं.
सहायक शिक्षकों पर साधा निशाना
छत्तीसगढ़ के सहायक शिक्षक हड़ताल पर हैं. जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने हड़ताली शिक्षकों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सहायक शिक्षकों की हड़ताल बिल्कुल भी उचित नहीं है. डेढ़ साल तक कोरोना काल में भी बैठे-बैठे वेतन मिला है. इनका नियमितीकरण कर दिया गया है. आज जब बच्चों की पढ़ाई के समय आ रहा है तो यह सभी हड़ताल पर हैं. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कहीं भी छत्तीसगढ़ में किसी भी शिक्षक का वेतन नहीं काटा गया है. अन्य राज्यों में तो शिक्षकों का वेतन काटा गया है. मेरे हिसाब से शिक्षकों को हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट जाना चाहिए.