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Farmer on dharna in Balod: राजस्व अभिलेख से गायब हुई किसान की जमीन, अब नहीं बेच पा रहा धान

Balod revenue department accused of negligence: बालोद का एक किसान राजस्व विभाग की लापरवाही का खामियाजा उठा रहा है. किसान अपना धान भी नहीं बेच पा रहा है. परेशान किसान ने खुदकुशी का मन बना लिया है.

Farmer on dharna in Balod
बालोद राजस्व विभाग पर लापरवाही का आरोप
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Published : Jan 25, 2022, 3:04 PM IST

बालोद: जिले के डोंडी ब्लॉक अंतर्गत एक किसान ने राजस्व विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया (Balod revenue department accused of negligence )और धान खरीदी केंद्र में धरने पर बैठ (Farmer on dharna in Balod )गया है. किसान को मनाने कई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे हुए हैं. लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं है. पीड़ित किसान ने न्याय नहीं मिलने पर खुदकुशी की धमकी दी है.

राजस्व अभिलेख से गायब हुई जमीन की जानकारी

कुसुमकसा क्षेत्र के किसान तिहार सिंह तारम का कहना है कि उसकी निजी भूमि जिसका खसरा नंबर 1236 है. जिसका रकबा 0.56 हेक्येटर है. उसे दल्लीराजहरा न्यायालय तहसीलदार ने राजरव अभिलेख से गायब कर दिया है. जिससे वह अपना धान नहीं बेच पा रहा है.

भूमिहीन किसानों को 6000 रुपये सालाना देगी भूपेश सरकार, अक्षय तृतीया, तीज और दीवाली पर मिलेगी किस्त

धान नहीं बेच पा रहा किसान

किसान अपने परिवार के साथ धरने पर बैठने निकला था. लेकिन उसके परिवार वालों के रोक लिया गया. जिसके बाद किसान खुद धान खरीदी केंद्र में धरने पर बैठा है. किसान को मनाने प्रशासन की टीम धरना स्थल पर पहुंची हुई है. किसान का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वो धरने से नहीं हटेगा. किसान ने चेतावनी दी है कि अगर उसकी समस्या दूर नहीं की जाती है तो वह आत्महत्या कर लेगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी.

बालोद: जिले के डोंडी ब्लॉक अंतर्गत एक किसान ने राजस्व विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया (Balod revenue department accused of negligence )और धान खरीदी केंद्र में धरने पर बैठ (Farmer on dharna in Balod )गया है. किसान को मनाने कई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे हुए हैं. लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं है. पीड़ित किसान ने न्याय नहीं मिलने पर खुदकुशी की धमकी दी है.

राजस्व अभिलेख से गायब हुई जमीन की जानकारी

कुसुमकसा क्षेत्र के किसान तिहार सिंह तारम का कहना है कि उसकी निजी भूमि जिसका खसरा नंबर 1236 है. जिसका रकबा 0.56 हेक्येटर है. उसे दल्लीराजहरा न्यायालय तहसीलदार ने राजरव अभिलेख से गायब कर दिया है. जिससे वह अपना धान नहीं बेच पा रहा है.

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धान नहीं बेच पा रहा किसान

किसान अपने परिवार के साथ धरने पर बैठने निकला था. लेकिन उसके परिवार वालों के रोक लिया गया. जिसके बाद किसान खुद धान खरीदी केंद्र में धरने पर बैठा है. किसान को मनाने प्रशासन की टीम धरना स्थल पर पहुंची हुई है. किसान का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वो धरने से नहीं हटेगा. किसान ने चेतावनी दी है कि अगर उसकी समस्या दूर नहीं की जाती है तो वह आत्महत्या कर लेगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी.

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