बालोद : मणिपुर में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा. इसके कुछ वीडियो सामने आने के बाद अब पूरे देश में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. हर कोई मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर ठोस जवाब चाहता है. छत्तीसगढ़ में भी मणिपुर हिंसा को लेकर आदिवासी समाज की महिलाओं ने प्रदर्शन किया. महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए प्रदर्शनकारियों ने इस्तीफे की मांग की.
पीएम मोदी के खिलाफ गुस्सा : बालोद में आदिवासी समाज की छात्राओं और महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह और केंद्रीय मंत्रियों का इस्तीफा मांगा. आदिवासी महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
मणिपुर जल रहा है. महिलाओं की इज्जत तार-तार हो रही है. यहां पर जिम्मेदार मौन बैठे हुए हैं. आखिर कोई क्यों एक्शन नहीं लिया जा रहा है. हम सब इस घटना का विरोध करते हैं और उन सरकारों को शर्म आनी चाहिए. संसद में मणिपुर के नाम पर राजनीति हो रही है. आखिर इस जलते राज्य पर सुध कौन लेगा. हम राष्ट्रपति से भी इस्तीफे की मांग करते हैं. -आशा नोनहारे,प्रदर्शनकारी
मणिपुर हिंसा को लेकर सर्व आदिवासी समाज का विरोध |
सात सूत्रीय मांगों को लेकर आदिवासियों ने कराया बस्तर बंद |
मणिपुर में सशस्त्र बदमाशों ने दस खाली घरों और स्कूलों को जलाया |
राष्ट्रपति शासन की मांग : प्रदर्शन कर रही युवतियों ने हाथों में तख्तियां और पेंटिंग्स लेकर प्रदर्शन किया. भारत मां के आंचल में बेटियों को सुरक्षित रखने का संदेश महिलाएं और युवतियों ने दिया. प्रदर्शनकारियों के मुताबिक मणिपुर की घटना ने पूरे देश की बेटियों का सिर शर्म से झुकाया है. आज बेटियों के सिर को ऊंचा करने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है.