बालोद: बीते दिनों सियादेवी जलप्रपात से पर्यटकों का छलांग लगाते वीडियो सामने आया था. इसके बाद यहां पुलिस सुरक्षा लगा दी गई है. वहीं झरना के अंदर जाने वाला मार्ग भी पुलिस ने बंद कर दिये हैं. पुलिस ने पर्यटकों को भी चेतावनी दी है कि सियादेवी वाटरफॉल से छलांग लगाते दिखाई दिए, तो पुलिस कार्रवाई करेगी.
मामले पर एसपी ने लिया संज्ञान: लगातार जान जोखिम में डालकर रील्स बनाना और जलप्रपात में नहाने के वीडियो लगातार वायरल हो रहे थे. जिसके बाद से बालोद एसपी जितेंद्र यादव ने मामले को संज्ञान में लिया है. बालोद एसपी के नि्रदेश पर सियादेवी वाटरफॉल में पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है. यदि जलप्रपात के आसपास कोई जान जोखिम में लेकर वीडियो बनाते या फिर नहाते दिखा, तो पुलिस द्वारा सीधे प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी.
"जिले में जितने भी पिकनिक स्पॉट हैं. सभी जगहों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं." - डॉक्टर जितेंद्र यादव, एसपी, बालोद
कई बार हो चुकी हैं हादसे: बालोद जिले के सियादेवी जलप्रपात बेहद प्रसिद्ध है. जिसे देखने यहां दूर दूर से लोग आते हैं. इस दौरान लोग रील्स बनाने और नहाने के लिए अपनी जावन जोखिम में डालने से नहीं घबराते. इसी के चलते यहां पहले कई हादसे हो चुके हैं. लेकिन सोशल मीडिया के जमाने में व्यूज और लाइक्स पाने की चाहत में लोग जलाशय और जलप्रपात में स्टंटबाजी करते रहते हैं. अभी जिले के 3 प्रमुख जलाशय ओवरफ्लो हो चुके हैं. एक सबसे महत्वपूर्ण जीवनदायिनी तांदुला जलाशय अब छलकने ही वाला है.
बालोद दिले के जलाशयों की स्थिति: तांदुला जलाशय का जलस्तर वर्तमान में 35 फीट तक पहुंच गया है. लगातार कैचमेंट एरिया से पानी का आवक बना हुआ है. यहां जब 40 फीट तक जलभराव होता है, तब जलाशय छलकने लगता है. वहीं खरखरा बांध में 100 प्रतिशत जलभराव हो चुका है. मटियामोती जलाशय में 100 प्रतिशत का जलभराव हो गया है. गोंदली जलाशय में भी 100 प्रतिशत का जलभराव हो गया है. यहां पर तो ओवरफ्लो होना भी शुरू हो गया है.