बालोद: बालोद में गणेश विसर्जन और ईद मिलाद उन नबी के जुलूस को लेकर बैठक की गई. बैठक में शांतिपूर्ण गणेश विसर्जन और नबी के जुलूस निकाले जाने की बात कही गई है. बालोद जिला मुख्यालय के सर्किट हॉउस में आयोजित बैठक में कई गाइडलाइन जारी किए गए हैं. गाइडलाइन का पालन न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
पुलिस प्रशासन अलर्ट: दरअसल, पूरे छत्तीसगढ़ में गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन किया जा रहा है. वहीं, गुरुवार को नबी का जुलूस भी निकाला जाना है. इसे लेकर बैठक की गई है. बैठक में गणेश विसर्जन और नबी जुलूस को शांतिपूर्ण तरीके से निकाले जाने का निर्देश दिया गया है. गणेश विसर्जन के दौरान बड़ी बड़ी झांकियां निकाली जाती है. इन झांकियों के दौरान डीजे भी बजाया जाता है. ऐसे में कई जगह डीजे को लेकर भी विवाद होता है. इसे लेकर भी बैठक में गाइडलाइन जारी किया गया है. बालोद में 1 अक्टूबर को बड़ी गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा. 1 अक्टूबर को रात 8 बजे से झांकी निकलेगी. 2 अक्टूबर सुबह 4 बजे तक सभी बड़ी गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन होगा. इसे लेकर प्रशासन भी अलर्ट है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
''सभी गणेश समिति शांतिपूर्वक यह आयोजन करें. गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन जिला मुख्यालय के गंगासागर तालाब, दसेला तालाब में किया जाएगा. इन तालाबों में गणेश प्रतिमा विसर्जन तक बाढ़ आपदा गोताखोर की टीम तैनात रहेगी. तालाबों में लाइट की व्यवस्था की जाएगी.''- विकास चोपड़ा, नगर पालिका अध्यक्ष
फूहड़ गीत नहीं बल्कि भक्ति गीतों के साथ निकलेगी झांकी: शांति समिति की बैठक में अधिकारियों ने निर्देश दिया है कि विसर्जन यात्रा और झांकी के दौरान अश्लील और फुहड़ गाने नहीं बजाए जाएंगे. भक्ति गीतों को ही बजाना होगा. पुलिस विभाग ने गणेश पूजा समितियों से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की है. गणेश विसर्जन के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहेगा.