बालोद : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी के अंदर घमासान देखने को मिल रहा है. टिकट बंटने के बाद पार्टी के अंदर नाखुश नेता या तो निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं या फिर पाला बदल रहे हैं.ताजा उदाहरण धरसींवा विधानसभा से देवजी भाई पटेल का निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन लेना और बालोद के गुंडरदेही से बीजेपी नेता आरके राय का पार्टी छोड़ना है.
आर के राय ने दोबारा ज्वाइन की जनता कांग्रेस : आपको बता दें कि आरके राय गुंडरदेही से कांग्रेस विधायक थे.बाद में जब अजीत जोगी ने नई पार्टी बनाई तो कांग्रेस का साथ छोड़कर जोगी के साथ हो लिए.लेकिन पिछले चुनाव में आरके राय ने बीजेपी का दामन थामा.वहीं इस बार एक बार फिर वो बीजेपी का साथ छोड़कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में शामिल हो गए हैं. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से आरके राय को गुंडरदेही विधानसभा का टिकट भी दे दिया गया है.आर के राय ने बीजेपी छोड़ते ही आदिवासी नेता की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है.इसी के साथ ही आर के राय ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव को इस्तीफा सौंपा है.
कौन हैं आर के राय ? : पूर्व विधायक राजेंद्र राय राज परिवार के वंशज हैं. राय ने वर्ष 2011 में अपने पुलिस विभाग के डीएसपी पद से इस्तीफा दिया और 2013 में कांग्रेस से प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ा. जहां उन्होंने जीत दर्ज करते हुए 72720 वोट हासिल किया था. आर के राय ने बीजेपी के वीरेंद्र साहू को 21 हजार 280 मतों के अंतर से हराया था. इसके बाद जब पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर पार्टी बनाई तो वो जनता कांग्रेस जोगी में शामिल हो गए.
कैसा है गुंडरदेही विधानसभा का गणित ? : गुण्डरदेही विधानसभा एक ऐसी सीट है. जहां सब को समान प्रेम जनता ने दिया है. यहां साहू समाज से वीरेंद्र साहू भी विधायक थे. वर्तमान में निषाद समाज से कुंवर सिंह निषाद विधायक और संसदीय सचिव हैं. कंवर आदिवासी समाज से राजेंद्र राय को भी जनता ने सिर आंखों पर बिठाया था. इसलिए इस सीट पर किसी तरह का जातिगत समीकरण काम नहीं करता है.
गुंडरदेही विधानसभा सीट के 2013 में चुनाव परिणाम
राजेंद्र कुमार राय(आईएनसी) -72770 वोट
वीरेन्द्र कुमार साहू(बीजेपी)- 51490 वोट
मानव साहू -16745 वोट
गुंडरदेही विधानसभा सीट के 2018 में चुनाव परिणाम
कुंवर सिंह निषाद(आईएनसी)- 110369 वोट
दीपक साहू (बीजेपी)- 54975 वोट
राजेंद्र कुमार राय (जेसीसीजे)-8648 वोट