बालोद: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शासन-प्रशासन ने जो निर्देश जारी किए हैं, उसका पालन गुंडरदेही में देखने को मिल रहा है. गुंडरदेही ब्लॉक मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत भेंड्रा के साहू परिवार में सामाजिक रीति रिवाज के साथ, सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शादी संपन्न हुई.
दूल्हे ने मांगी अनुमति
ग्राम भेंड्रा निवासी अंकालू राम साहू के पुत्र यादराम साहू ने पूरे रिवाज के साथ शादी की. बातचीत में दूल्हे ने बताया कि बालोद कलेक्टर से उन्होंने 12 लोगों को बरात में ले जाने का अनुमति मांगी थी. जिसके बाद दूल्हा बारात लेकर दुर्ग जिले के गुढ़ियारी गया था. इस दौरान सभी सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करते हुए शादी में शामिल हुए.
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मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल
दूल्हे ने बताया कि बिना मेहमानों के ये शादी हो रही है, इससे अच्छा भी लग रहा है. दूल्हे की मां जानकी बाई ने कहा लॉकडाउन के कारण उन्होंने किसी भी मेहमान को नहीं बुलाया. उन्होंने बताया कि शादी के दौरान वहां मौजूद सभी लोगों ने मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग किया. इसके साथ ही लॉकडाउन का भी पूरा पालन कर रहे हैं.
केवल घर के सदस्य रहे मौजूद
परिजनों ने बताया कि शादी घर में आने वाले लोग भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. शादी में केवल घर के सदस्यों और नाते रिश्तेदारों के रूप में दूल्हा की बुआ और उनकी बेटी को बुलाया गया था.
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बिना तामझाम के हुई शादी
साउंड सिस्टम या पार्टी की अनुमति नहीं मिलने के कारण घर वालों ने बिना किसी तामझाम के शादी संपन्न कराई. परिजनों ने कहा कि इससे शादी की रौनक में कमी जरूर आई. लेकिन ऐसी शादी कराने से समाज भी मजबूत होगा साथ ही इससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी.