बालोद: चोरी करने के बाद शराब भट्टी में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को भी इन चोरों द्वारा ठिकाना लगा दिया गया था. जिन आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, वह पूर्व में आर्म्स एक्ट मारपीट चोरी जैसे अपराधों में जेल गए कोमू निषाद व थाना गुंडरदेही के गुंडा बदमाश जालम गाढ़ा भी शामिल है.
प्रार्थी नंदकिशोर निर्मलकर पिता मिलन सिंह उम्र 32 वर्ष चंदन बिरही थाना गुंडरदेही का निवासी है. उनके द्वारा 5 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराया गया था. रात्रि लगभग 1:30 बजे से 5:00 के बीच शराब दुकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों द्वारा किया गया है. लॉकर में रखे नगदी 570770 और 30620 की देसी अंग्रेजी शराब, सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर लगभग 610390 चोरी किया गया है.
एसपी के निर्देश पर बनी टीम: बालोद पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव के मार्गदर्शन में टीम गठन किया गया था. पुलिस द्वारा पूरे मामले में धारा 457, 380 34 भारतीय दंड विधान के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया. पुलिस ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की. नदी के आसपास के कई सीसीटीवी की जांच की गई. सैकड़ों लोगों से पूछताछ भी किया गया.
स्टाफ से पूछताछ: पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव (Balod SP Jitendra Kumar Yadav) ने पूरे घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि ''टीम गठन करने के बाद शराब दुकान की स्टाफ से पूछताछ की गई, जहां उनकी गतिविधि भी संदिग्ध प्रतीत हुई. घटना को देखते हुए शराब भट्टी के स्टाफ के शामिल होने का अंदेशा सबसे पहले किया गया. शराब दुकान के 16 कर्मचारियों की सतत निगरानी करते हुए आसपास के सभी प्रकरणों में जेल गए संदिग्धों की भी निगरानी की गई.''
खर्च करते रहे आरोपी, खरीदी नई गाड़ी: पुलिस द्वारा सभी आरोपियों पर निगरानी रखी जा रही थीं. पता चला कि पहले चोरी के आरोप में जेल गए कोमू निषाद एवं बदमाश जालम गाढ़ा के द्वारा इसी समय जुए एवं खाने-पीने में काफी पैसा खर्च किया जा रहा था. कोमो निषाद के द्वारा एक महंगा मोटरसाइकिल भी खरीदा गया था. इसके बाद दोनों को थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ किया गया. दोनों ने अन्य 3 आरोपियों के नाम का खुलासा किया.
कर्मचारियों को थी जानकारी: बालोद पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि ''आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया शराब भट्टी के मैनेजर के द्वारा लापरवाही बरतते हुए लॉकर का चाबी शराब दुकान के कार्टून में रखा जाता था. जिसकी जानकारी राजेश चंदेल को हो चुकी थी. राजेश चंदेल की दोस्ती इन दोनों से थी. राजेश चंदेल काफी कर्ज में डूबा हुआ था, जिससे निजात पाने के लिए उसने जालम गाड़ा कोमो निषाद और आदर्श सोना से संपर्क किया. चोरी की योजना तैयार की और 4 सितंबर और 5 सितंबर की रात दरमियानी ड्यूटी पर रहे तीन गार्ड में से एक गार्ड सुनील को चोरी करने के संदर्भ में बता कर अपने साथ शामिल कर लिया.
इनकी हुई गिरफ्तारी: पूरे मामले में पुलिस विभाग द्वारा सुनील बारले पिता शोभाराम बावले उम्र 35 वर्ष राजेश चंदेल पिता रमेश कुमार चंदेल उम्र 32 वर्ष कोमू निषाद पिता लीलाधर निषाद उम्र 23 वर्ष आदर्श सोना पिता स्वर्गीय बजरंग सोना उम्र 22 वर्ष जालम सिंह पिता भीम सिंह उम्र 23 वर्ष को गिरफ्तार किया गया है. 202000 नगदी रकम, एक मोटरसाइकिल जिसकी कीमत 103000 रुपए है और डीवीआर जिसकी कीमत 3 हजार रुपए है और चोरी में उपयोग किए गए प्लैटिना वाहन जिसकी कीमत लगभग 50000 है, सभी सामान को मिलाकर लगभग ₹358000 कीमती बरामद किए गए हैं.