बलरामपुर: जिले के रामानुजगंज फोरेस्ट रेंज में लकड़ी तस्करों ने अवैध तरीके से जंगल से साल की इमारती लकड़ियों को काटकर छोड़ दिया था. तस्कर मौका देखकर वहां से साल की लकड़ियों को ले जाने की फिराक में थे. तभी ग्रामीणों को इसकी भनक लग गई और अधिक संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए. करीब 40-45 की संख्या में साल की लकड़ी को लावारिस छोड़कर तस्कर फरार हो गए.
ये है पूरा मामला
बलरामपुर के रामानुजगंज फोरेस्ट रेंज अंतर्गत ग्राम पंचायत चुमरा में बड़ी संख्या में साल की इमारती लकड़ी लावारिस हालत में मिली. ग्रामीणों को जब इसकी सूचना मिली तो भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए. ग्रामीणों ने वन विभाग को लावारिस हालत में साल की इमारती लकड़ियों के मिलने की जानकारी दी.
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बलरामपुर लकड़ी तस्कर सक्रिय
गौर हो कि जिले के सभी फोरेस्ट रेंज में इमारती लकड़ियों की तस्करी धड़ल्ले से चल रही है. हाल ही में रामानुजगंज फोरेस्ट रेंज के विजयनगर गांव में ग्रामीणों ने अधिक मात्रा में इमारती लकड़ी पकड़ी गई थी. ग्रामीणों को देखकर तस्कर मौके से लकड़ी और वाहन को छोड़कर जंगल के रास्ते फरार हो गए. आज जिले से लावारिस हालत में बरामद हुई साल की 40-45 इमारती लकड़ी की कीमत करीब 1 लाख रुपए से अधिक बतायी जा रही है.
वन विभाग नहीं कर रहा सक्रियता से कार्रवाई
जिले के अलग-अलग फोरेस्ट रेंज में लगातार कीमती लकड़ियों की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि तस्करों के साथ वन विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत भी पाई गई है. तस्करों के माध्यम से वनसंपदा को समाप्त किया जा रहा है. इसके बावजूद वन विभाग इस पर सक्रियता से कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिससे तस्करों के हौसले बुलंद हो रहे हैं.