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रेफरल सेंटर बना राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल जाते वक्त रास्ते में हुई डिलीवरी

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर होने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर जाते वक्त रास्ते में ही एक गर्भवती ने बच्चे को जन्म दे दिया. स्वास्थ्य केंद्र से महज 5 किलोमीटर दूर 102 महतारी वाहन में सुरक्षित प्रसव कराया गया. जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं, लेकिन अब बच्चे की डिलीवरी के समय महिला को रेफर करने को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

Rajpur Community Health Center becomes a referral center
राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना रेफरल सेंटर
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Published : Mar 13, 2021, 12:29 PM IST

बलरामपुरः राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों रेफरल सेंटर बनकर रह गया है. यहां आने वाली लगभग सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है. स्थिति यह है कि राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही कितनी गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी हो जा रहा है. बावजूद इसके स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधक गंभीर हालत में भी गर्भवती महिलाओं को रेफर करने से नहीं चूक रहे हैं.

छत्तीसगढ़ के अस्पताल से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

गर्भवती ने एम्बुलेंस में दिया बच्चे को जन्म
अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही का नतीजा शुक्रवार को भी देखने को मिला. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर होने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर जाते वक्त रास्ते में ही एक गर्भवती ने बच्चे को जन्म दे दिया. स्वास्थ्य केंद्र से महज 5 किलोमीटर दूर 102 महतारी वाहन में सुरक्षित प्रसव कराया गया. जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं. प्रसूता पूजा डिगनगर खुमरी गांव की रहने वाली बताई जा रही है. उसका आरोप है कि उसे प्रसव पीड़ा के बाद राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. जहां चिकित्सकों ने बिना कुछ बताए इलाज के दौरान उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर से किया गया था रेफर

पीड़ित ने बताया कि परिजनों ने आनन-फानन में गर्भवती को एम्बुलेंस में बिठाकर अंबिकापुर के लिए रवाना हो गए. चरगड़ के बीच मुख्य मार्ग पर प्रसव पीड़ा होने पर एम्बुलेंस में ही प्रसव कराया गया. मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आलोक मिश्रा ने बताया कि सीएचसी राजपुर में गर्भवती को सुबह 3 बजे भर्ती किया गया था. 20 घंटे तक लगातार दर्द होने के कारण अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. मेडिकल कॉलेज में विशेष सुविधाओं को ध्यान में रखते मरीज को रेफर किया गया था.

बलरामपुरः राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों रेफरल सेंटर बनकर रह गया है. यहां आने वाली लगभग सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है. स्थिति यह है कि राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही कितनी गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी हो जा रहा है. बावजूद इसके स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधक गंभीर हालत में भी गर्भवती महिलाओं को रेफर करने से नहीं चूक रहे हैं.

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गर्भवती ने एम्बुलेंस में दिया बच्चे को जन्म
अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही का नतीजा शुक्रवार को भी देखने को मिला. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर होने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर जाते वक्त रास्ते में ही एक गर्भवती ने बच्चे को जन्म दे दिया. स्वास्थ्य केंद्र से महज 5 किलोमीटर दूर 102 महतारी वाहन में सुरक्षित प्रसव कराया गया. जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं. प्रसूता पूजा डिगनगर खुमरी गांव की रहने वाली बताई जा रही है. उसका आरोप है कि उसे प्रसव पीड़ा के बाद राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. जहां चिकित्सकों ने बिना कुछ बताए इलाज के दौरान उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर से किया गया था रेफर

पीड़ित ने बताया कि परिजनों ने आनन-फानन में गर्भवती को एम्बुलेंस में बिठाकर अंबिकापुर के लिए रवाना हो गए. चरगड़ के बीच मुख्य मार्ग पर प्रसव पीड़ा होने पर एम्बुलेंस में ही प्रसव कराया गया. मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आलोक मिश्रा ने बताया कि सीएचसी राजपुर में गर्भवती को सुबह 3 बजे भर्ती किया गया था. 20 घंटे तक लगातार दर्द होने के कारण अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. मेडिकल कॉलेज में विशेष सुविधाओं को ध्यान में रखते मरीज को रेफर किया गया था.

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