बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री के दूसरे दिन बलरामपुर में जोरदार बारिश हुई. दोपहर से शुरू हुई बारिश के बाद से कई क्षेत्रों में पानी उफान मारने लगा. घने जंगलों में मौजूद प्राचीन धार्मिक स्थल बाबा बच्छराज कुंवर धाम में बाढ़ जेसे हालात बन गए. दरअसल, शनिवार दोपहर अचानक मौसम बदला और तेज आंधी तूफान के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई. मंदिर के आसपास कुछ झोपड़ी भी पानी में बह गए. हालांकि इससे किसी के जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री के बाद बाढ़: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को मानसून की एंट्री हुई है. शुरुआत में भी बलरामपुर जिले में बारिश के बाद की स्थिति भयावह देखने को मिल रही है. बलरामपुर में दोपहर को शुरू हुई मूसलाधार बारिश से देखते ही देखते मंदिर परिसर के चारों ओर फैल गई. इस दौरान दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु और मंदिर के पास पूजा सामग्री बेचने वाले दुकानदारों ने किसी तरह अपनी जान बचाई.
पास के झोपड़पट्टी भी बाढ़ में बहे: बलरामपुर के प्रसिद्ध बाबा बच्छराज कुंवर धाम में मूसलाधार बारिश होने से आसपास की कुछ झोपड़ियां बाढ़ में बह गई. हालांकि इससे किसी के जान को कोई खतरा नहीं हुआ. समय रहते लोग सतर्क हो गए. लेकिन शुरुआती बारिश में बाढ़ जैसे हालात ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है.
पहले भी आ चुकी है बाढ़: बाबा बच्छराज कुंवर धाम चलगली थाना क्षेत्र में घने जंगलों के बीच पड़ता है. बारिश के मौसम में यहां अक्सर बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं. साल 2016 और 2018 में भी बच्छराज कुंवर धाम में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी. इसमें एक मासूम की जान भी जा चुकी है.