बलरामपुर: जिले के सामरी में हिंडाल्को कंपनी सालों से बॉक्साइट का उत्खनन कर रही है. अब तक करोड़ों रुपये के खनिज का उत्खनन यहां से किया जा चुका है, लेकिन करोड़ों रुपयों के उत्खनन होने के बाद भी सामरी क्षेत्र का विकास आज भी शून्य है. लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं.
कंपनी की लापरवाही ऐसी है कि जहां बॉक्साइट का उत्खनन हुआ है वहां की जमीन पूरी तरह बंजर हो चुकी है. कंपनी ने जमीन का समतलीकरण तो दूर वहां पौधरोपण भी नहीं किया है. कंपनी की इस लापरवाही और मनमानी से ग्रामीण बेहद दुखी है. नाराज ग्रामीण प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे है.
10 साल बाद भी नहीं हो सका विकास
सामरी क्षेत्र का खैनपाठ और पिपरा पाठ इलाके में लगभग 10 साल पहले बॉक्साइट का उत्पादन हुआ था. 10 साल बाद भी इसकी हालत काफी खराब है और पूरी जमीन बंजर हो चुकी है. यहां से बड़े-बड़े पेड़ों को उखाड़कर बॉक्साइट का उत्खनन किया गया. बॉक्साइट को उत्खनन करने के बाद हिंडालको कंपनी ने इसे वैसे ही छोड़ दिया. सामरी पाठ का लगभग हर हिस्सा दोहन किया जा चुका है. करोड़ों रुपये के खनिज के दोहन के बाद भी क्षेत्र का विकास अब तक नहीं हुआ है.
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मूलभूत सुविधाओं की कमी
यहां न तो बेहतर अस्पताल है और न ही कोई अच्छा स्कूल, जिसमें लोग अपने बच्चों को पढ़ा सकें. ग्रामीण हिंडालको कंपनी की इस मनमानी से काफी आक्रोशित हैं और लगातार शिकायत कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि अगर कंपनी उनकी बात नहीं मानती है और ऐसी मनमानी चलती रही तो आने वाले दिनों में वह बॉक्साइट का उत्खनन और परिवहन पूरी तरह से बंद करा देंगे.
बाहर के मजदूरों को रोजगार
मामले में हैरान करने वाली बात ये है कि यहां ज्यादातर बाहर के मजदूर ही काम करते हैं.जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी नहीं मिल रहा है. जिससे भी लोगों में नाराजगी हैं.
मामले में जिला पंचायत के सदस्य अंकुश सिंह ने इसकी शिकायत हिंडालको कंपनी, जिला प्रशासन के अधिकारियों और खनिज मंत्री से भी की. अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.हालांकि ETV भारत की टीम ने जब अधिकारी से मामले में बात की तो उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही.